कोई ख्वाइश नहीं मेरी
न कोई तमन्ना है
छोटा सा है जीवन
बस खत्म हो जाना है
चंद सांसों का सफर है
क्यों बोझ किसी पर बनूं
ख्वाइश भी क्यों करूं
जब चांद को पा न सकूं।-
मिट्टी से जो जन्मा है
सब मिट्टी में मिल जाना है
क्या है तेरा क्या है मेरा
सब कुछ तो यहीं रह जाना है
है नहीं मेरा अस्तित्व कोई
करोड़ों की भीड़ में एक गुमनाम ही
तुम्हारा क्या ही वास्ता मुझसे
क्या ही तुम्हारा साथ है
एक बोझ के सिवा मैं कुछ नहीं
जाने किस पल में गुज़र जाना है।-
न नाम मेरा
न काम मेरा
न शब्द
न कर्म मेरे
न विचार
और न ही
ख्याल मेरे
इन पर्दों के
इन परतों के
पीछे मेरा
कुछ है भी
या कुछ भी नहीं
शून्य है जहां
वहां तेरा मेरा नहीं
बस वो है
जो सब में है
जब नहीं मेरा कुछ भी
तो क्या तुम्हें मुझमें पसंद...-
Death is the easy way out, the route for the cowards. To give it all up, for it's harder to live knowing you can't hold strong in front of all the expectations. It takes so much more to live knowing you are a tiny part in the whole system and you don't really matter. Your existence and your presence is just a random occurrence and your exit won't make a damn difference in the clog machine. You don't matter and no one cares about you and your stupid thoughts, feelings, opinions, basically you. So yeah death is the easiest way out of the whole bridal schmuck. And note it down no one's gonna miss you even if you exit the stage.
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I wish I die soon
Before making big expenses
And big commitments
Great expectations
That I can never fulfill
I hope I die soon.-
Why our hearts don't appreciate who we are
Why do we question our worthiness
In moments of love and happiness
Why is it that we just can't accept
Someone out there really likes us for who we are
I mean, yeah, who'd like a dumb girl
With no etiquettes and grace
Having no poise or taste
No thoughts to voice out
The silent one in a crowd
Just a dumb little girl
Taking up everyone's time and space!-
स्त्रियां हमेशा से अति व्यस्त ही दिखीं हैं घरों में,
हर एक कोने में कुछ न कुछ करते हुए,
कुछ सृजन करते तो कुछ संवारते हुए,
क्योंकि जानती हैं वो
'व्यस्त रहो, मस्त रहो'
अन्यथा मस्तिष्क में जो हर पल
नव विचार उत्पन्न होते हैं
उनसे पार नहीं पाया जा सकता।-
जीवन का मूलमंत्र संक्षेप में,
"हां जी!"
बस रब की और सब की हां में हां मिलाते जाओ...
जीवन बहुत आसान हो जाएगा यदि खुद को हम आगे रखें ही नहीं,
क्योंकि स्वयं को आगे रखने में बहुत कुछ पीछे छोड़ना पड़ता है
और बहुत लोगों का दिल दुखाने का अपराध भी हो जाता है।-
मेरे होने न होने में
है कोई भेद नहीं,
मैं हूं तो सही
नहीं तो कोई और सही।
मेरी कहानी में
इक पात्र हूं फिर भी,
किसी और की कहानी में
मेरा कोई पात्र नहीं।
कभी कभी जब लगता मुझे,
है मेरा भी कोई अस्तित्व यहां,
वो हौले से कह जाता है
एक उसके सिवा नहीं कुछ भी यहां।
सब सत्य है और मिथ्या भी
क्यों चिंतित हो बेबात में,
भूल स्वयं बस ध्यान उसका रखना,
उसके आगे कोई राह नहीं।-
गर लम्बी हो उमरा मेरी,
थोड़ी थोड़ी सो बट जाए।
हर इक शख़्स,
जो रेहंदा दिल विच,
वो और थोड़ा जी जावे।
गर छोटी हो उमरा मेरी,
तो भी वो बट जाए,
कि ज़िंदगी क्या उनके बिना,
जो दिल विच घर बसावे।-