30 SEP 2018 AT 9:51

रुचि रुचि भोग लगाओ मेरे राम जी।
राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न सीता सहित चले आओ मेरे राम जी।
रुचि रुचि-------------
पूरव पश्चिम उत्तर दक्षिण चारो दिशा से चले आओ मेरे राम जी।
रुचि रुचि-------------
शबरी के बेर सुदामा के चावल
प्रेम सहित तुम पाओ मेरे राम जी।
रुचि रुचि-------------
दुर्योधन के मेवा त्यागे साक विदुर घर खायो मेरे राम जी।
रुचि रुचि---------------
न हम मे शक्ति न हम मे भक्ति
हरि कृपा अपनाओ मेरे रामजी।
रुचि रुचि--------------
रूखो सूखो जो कछु होवे प्रे सहित तुम पाओ मेरे रामजी।
राम जी की परसादी पाओ हनुमानजी।
जनम् सफल हो जावे मेरे राम जी।
रुचि रुचि-----------

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