लगा दो ज्ञान का काजल।
मेरी आँखो मे गिरधारी ।।
सूनी है मेरी यह अखिया।
मुझे दर्शन दिखाओ तुम।।
मेरे मन मस्तिष्क में मोहन।
अज्ञान का परदा है।।
मुझे मोह ममता की व्याधि ने
चहु ओर घेरा है।।
लगादो ज्ञान का काजल।
भाल पर भक्ति का टीका।।
कंठ में तेरे नाम की माला।
मन प्रेम से भर दो मेरे मोहन।।
ओढी तेरे लगन की चुनरी।
छाप मोर पंखी की लागी हो।
ह्रदय मे तेरी मूरत हो।
भक्ति मीरा सी दे मोहन।।
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9 DEC 2018 AT 22:33