Satyendra Mishra   (@rdas)
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Joined 7 March 2018


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10 JUL AT 18:58

देखता हूं क्योंकि चेहरा दिखता है आसमान में
बादल देखने के लिए आसमान नहीं देखता ।।

वो मां है देखती है भूखा तो नहीं हूं मैं
मेरा बाप, बाप है! बाप नहीं देखता ।।

किताबों ने हालात ऐसे बना रक्खें है अरदास!
कोई भी मेरे हाल को हालात नहीं देखता ।।

तुम्हें मिल जायेंगें हैं देखने वाले बहुत यहां
रूठा जो एक बार फिर भगवान नहीं देखता ।।

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4 JUL AT 15:54

हम; उम्र के उस पड़ाव में हैं ज़िंदगी
जिए हैं जितनी, हिसाब में है ज़िंदगी

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4 JUL AT 10:44

क्या लिखा है किस्मत में
क्या कहानी बनेगी;
न मैं राजा
न वो रानी बनेगी।।
जीतेगा नहीं तू अगर
क्यूं वक्त से खफा है,
हार जाएगा तू तेरी
किस्मत में लिखा है!
तड़प ऐसी कि, जीने
नहीं देती मोहब्बत
प्यासें है फिर भी, मौत
नज़र नहीं आती ।।
अब तो हम उम्र के
उस पड़ाव में है, जिंदगी!
जिएं हैं जितनी...
उतनी ही हिसाब में है ।‌।

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21 JUN AT 10:01

तुम्हें मालूम है हम हुस्न की परख रखते हैं
नहीं मालूम तो हम हुस्न बे-अदब रखते हैं ।
चलो इक सैर कर आएं हमारी डायरी की;
तुम्हारे जैसों को हम परत-दर-परत रखते हैं ।।

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20 JUN AT 17:52

समंदर को पाने की चाहत नहीं रखती ।
वो नदी है पगले, नाले से खुश रहती है ।।

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15 JUN AT 12:13

मेरी ये बात कुछ लिखने के काबिल रह नहीं जाती ।
अगर तुम साथ रहते; छोड़ कर के यू नहीं जाती ।।
यू मत देखो मुझे अब!
यू मत देखो मुझे अब, कोई रिश्ता है नहीं अपना ।
कि जब भी देखते हो लगता है शायद नहीं जाती ।।

मुझे क़िस्मत के हाथों हार कर अच्छा नहीं लगता ।
मगर क़िस्मत से लड़ने में भी अब अच्छा नहीं लगता ।।

की जिसके हो गए हो तुम मेरा कोई नहीं है वो ।
भला किस बात का शिकवा मेरा कोई नहीं है वो ।।

तुम्ही तुम थे कभी कोई नहीं रकीब था अरदास ।
जिसे चाहो यहां वो ही मिले! नसीब था अरदास ।।

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2 JUN AT 23:10

It has broken 366 times in 365 days,
Oh my heart!
Whom should I tell who has robbed ?
One day passed before she came;
It broke 365 times in that one day.

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2 JUN AT 16:09

मौका परस्ती को तुम सुकून कहते हो
बिन बात के आये हो जुनून कहते हो;
वो किसी और की हो गई तुमको देखते देखते
नशों में क्या बहता है जिसको खून कहते हो ?

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26 MAY AT 14:23

ज़िंदगी ख्वाब थी मेरी मुझे ये लगता था
सिर्फ एहसास था कि पास हो ये लगता था
सिर्फ आंखों से नहीं ख्वाब हमने देखें थें
तुम मेरे हो ही जाओगे मुझे ये लगता था।।

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25 MAY AT 8:52

मुझको अपने पास रखना चाहते हो
तो एक होना पड़ेगा;
किताबों की तरह घर सजाओगे मुझसे
इतना सस्ता थोड़ी हूं...

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