मिलावट है तेरे इश्क में
इतर और शराब की,
कभी हम महक जाते हैं
कभी हम बहक जाते हैं।-
Satyam Singh Baghel
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BAGHEल ♠️
Joined 11 March 2019
22 NOV 2022 AT 11:11
11 NOV 2022 AT 22:27
आगे आने वाला शहर कितना भी पसंदीदा हो
पीछे छूटने वाला घर बेचैन कर ही देता है..!!-
11 NOV 2022 AT 22:20
जब सफर में अकेला चलना आ जाए
तो खुद से अच्छा हम सफर कोई नहीं होता।-
11 NOV 2022 AT 22:17
खामोशी से सुनता हूं अपने खिलाफ बातें
जवाब देने का हक मैंने वक्त को दिया है..!-
9 NOV 2022 AT 16:16
दीवाने हैं आपके इस बात से इंकार नहीं
कैसे कहें कि हमें आपसे प्यार नहीं,
कुछ तो कसूर है आपकी अदाओं का
अकेले हम ही गुनहगार नहीं..!!-
9 NOV 2022 AT 15:58
कुछ रिश्ते कर्ज़ों की तरह होते है।
उन्हें निभाना नहीं चुकाना पड़ता है..!!-
30 JUL 2022 AT 19:00
"ना तो अनपढ़ रहे न ही काबिल हुए हम"
खमखा ऐ इश्क़ तेरे स्कूल में दाखिल हुए हम..!!-
16 MAR 2022 AT 8:14
ज़िंदगी का दूसरा नाम परिवर्तन है,
अब चाहे परिवर्तन आप में हो आपके
रिश्तों में हो आपके काम में हो या,
संसार में हो उसे अपनाना सीखो।
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2 NOV 2021 AT 19:50
"ये मौसम है"
ठंडी हवाओं के छाने का
ये दिलकश नज़ारा है
ऐ नवंबर तेरे आने का..!!-