तुम बिना ना जीवन मेरा
तुम संग प्रीत निभानी है
तुम संग किरण सूरज की आयी
तुम संग हर रोज़ चाँद निहारा है
शरद पूनम की रात चांदनी
सत्य तुझे पर ही तोह छाया है
पूनम सत्य को देख चाँद निहारे
सत्य एक ही गीत गुणगुनाये
चाँद सी महबूबा हो मेरी....
वैसी ही मैंने पायी है ......-
इलेकशन का जोर है
गली गली मैं शोर 📣है
ना जाने अगले पांच साल क़े दौर की
किस के हाथ मैं डोर है
शतरंज की चाल की तरहा
पियादये को पहले आगे किया जा रहा है
जिसे है हार का डर वो छूप कर बार किये जा रहा है
ना ही जातिवाद खत्म हुई न कोई भाईचारा बढ़ा 👎
ना कोई खेल प्रतियोगिता हुई 👎
ना नशा मुक्त कोई अभियान चला 👎
वोट बैंक का सिर्फ जोर चला ll🎯-
इन अनजानी गलीयों में
चला तुम संग जैसे आज
बन्धी तुम संग प्रति डोर
जग हुआ पूरा मेरा मन-
अपनो के साथ कभी ना लड़ना ।।
अगर लड़ें तो खुद से ही तुम हारों गये
देश को बहुत से मुद्दों से लड़ना है
गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, जातिवाद,
मंहगाई, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, अस्वच्छता,
इन्हें हरा कर आगे बढ़ते रहना होगा
सब को साथ लेकर चलना होगा
कदम मिलाकर चलना होगा
कदम मिलाकर चलना होगा
-
पसीने की कमाई का खिलौना टूटकर रोया,
साथ खलिहान का धानी चुनर से छूटकर रोया।
लहू देकर शहीदों ने सँजोया देश की ख़ातिर,
देख गणतंत्र की हत्या,तिरंगा फूटकर रोया।।-
।। नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती ।।
" पराक्रम दिवस "
आज के नेता तो परिवारवाद में रहे गऐ
वो नेता एक नेता थे जो देश सेवा के लिए
अपने प्राणों का बलिदान कर गऐ
" अपनी ताकत पर भरोसा करो ।
उधार की ताकत तुम्हारे लिए घातक है।"
- सत्या_रामा
-
मूछों का दाव तेरा
ना मिट सकने वाला नाम तेरा
" सूरज " ना कभी झुक सकता है
झुके मुगल सब उन के है आगे
वीरता ने लौह पुरुष तुमे बनाया
हिंदू ह्दय सम्राट महाराजा ' सूरजमल ' कहलाये
- बलिदान दिवस -
25 दिसंबर 1763-
सिख - हिन्दू में से हिन्दू एक है
हिन्दूस्तान के लिए जो रक्त बहा दे
वो गोविंद के प्यारे हैं
कृष्णा कहो या कहो गुरु गोविंद
ये तो सिर्फ़ नाम से पर्यावाची हैं
भगत सिंह हो या हो सुभाष चन्द्र बोस
भारत माता के लिए अपने प्राणों को किया बलिदान हैं
-
पूर्ण चंद्र (पूनम) सा प्रकाश तुम्हारा
तुम संग जुड़ा है पल पल मेरा
तुम को अकेले ना छोडु में
बस इतनी सी उम्र ही ले लू मे
साथ चले तुम और में
फिर जीवन जी लू तुम संग में
पूर्ण चंद्र सा प्रकाश तुम्हारा
पूर्ण रोशन होगा फिर घर हमारा
-