Sattpurush Saran   (Sattpurush Saran)
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B.Ed
Joined 18 October 2019


B.Ed
Joined 18 October 2019
6 MAY AT 15:19

एक, गुब्बारे खरीद रहा था ,
एक, गुब्बारे बेच रहा था ,

कच्ची उम्र दोनों की लगभग बराबर सी थी ,

एक बचपन जी रहा था ,
एक बचपन बेच रहा था ।

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6 MAY AT 15:18

AI खा गई एक कलाकार को
उसकी उदास आंखों में मैने देखा
एक गहरा विषाद अपनी ही कला के लिए

AI खा गई एक कलाकार की आंखों का संतोष
जो उसे अपनी कला से मिलता था
वो खा गई वो मुस्कान जो उसे अपनी
कला को पूर्ण करने पर खिलती थीं

लोग Ghibli ट्रेंड में खुश है पर ये एक ट्रेंड खा गया
उस विलक्षण प्रतिभा को

जिसने अपनी उम्र लगा दी इस कला के लिए
उसकी आंखों के आंसू मुझे बता रहे थे की ये
एक दिन इस मानवता को खा जाएगी

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10 MAR AT 13:42

एक रात एक बात लिखूंगा
मैं तुम्हें मेरे साथ लिखूंगा
बड़ा सा चांद और ठंडी हवाएं
फिर आपके हाथ में मेरा हाथ लिखूंगा
हकीकत में आप शायद कभी मिलोगे नहीं
एक किताब में मैं अपनी मुलाकात लिखूंगा
मेरी किताब में सब मेरी मर्जी का होगा
आप सो जाएगी जब मैं दिन को रात लिखूंगा
आप मेरे क्यू ना हो सके ये सवाल लिखूंगा
और आपके दिल में मैं नहीं हूं
तो क्या मैं आपका हूं
ये मैं हर दिन हर रात लिखूंगा ।

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17 FEB AT 23:29

तकलीफ देने के बाद
जताई गई मुहब्बत
और नज़रअंदाज़ करने के बाद
दी गई एहमियत
कोई मायने नहीं रखता

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16 FEB AT 9:11

मुस्कुराहाट कठिन वक्त की
बेहतरीन प्रतिक्रिया है...
और
खामोशी गलत प्रश्न का
बेहतरीन जबाब ...

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24 JAN AT 17:45

उसकी डोली उठी, मेरा जनाज़ा उठा फूल उस पर भी थे,
फूल मुझ पर भी थे

सहेलियाँ उसकी भी थी,
दोस्त मेरे भी थे उनका हंसना वहां, हमारा रोना यहाँ..

वो सज़ के गई, मुझे सजाया गया वो उठकर गई,
मुझे उठाया गया..

फ़र्क़ सिर्फ इतना था उसे अपनाया गया और
मुझे दफनाया गया..!!

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14 JAN AT 21:54

कितनी बातें थी , जो मुझसे छुपाई गई !
बताई भी तो अधूरी ही बताई गई !!

मैं अपने आलोचना को भी , प्रशंसा समझ बैठा !
इसी भ्रम में कड़वी बातें भी सुनाई गई !!

कुछ कदम बढ़ाए ही थे कि ,देखा एक मंजर ,
मैं मौत से लड़ रहा था कि छूट सबकी कलाई गई !!

इसी भ्रम में था कि दुनिया साथ है मेरे ,
ये भ्रम भी टूटा जब साथ तन्हाई गई !!

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7 DEC 2024 AT 22:14

डिग्रीया तो शिक्षा के खचों की रसीदें है ,
ज्ञान वो है जो किरदार में झलकता है !

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21 NOV 2024 AT 9:36

शरीर आराम की तलाश में ,
और हालात पैसों की तलाश में ,
मन शांति की तलाश में ,
और दिल अपनो की तलाश में हैं !

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7 NOV 2024 AT 7:27

प्रेम में
सिर्फ फूल मत देना
देना किताबें भी,

किताबें जिनके बीच
रखा जा सके सुरक्षित
सूखते फूल को,

किताबें सिर्फ
फूल नहीं बचातीं
खो जाने से
वे बचा लेती हैं
प्रेम की
विस्मृति भी..

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