उन्होंने कहा, सादगी छोड़ दो
बन ठनकर रहा करो।
बस हमारी उनसे ठन गई
क्योंकि बनावटी हमें पसंद नहीं।-
जब जिंदगी भर की तपस्या के बाद
माता-पिता के चेहरे पर
सुकून झलक जाए।-
वजनदार शब्दों को किसी तराजू से
प्रमाणित करने की जरूरत नहीं होती
सुनने वाला उसे स्वयं ही तोल लेता है
और जिन्हें हवा में बातें करने की आदत हो
उन्हें भला तराजू और नापतोल से क्या लेना देना-
तुमसे दिल लगाकर हम कहीं और नहीं रह पाते
फिर तुमको छोड़कर भला और कहां जाते ?
किया होता दिल से यकीन जो हम पर,
हमको अपने दिल के करीब ही पाते।
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You are the shadow of the mother, who cares for me in the absence of the mother. God has created a sister because she can fulfill the lack of mother.
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जब ज़िंदगी समझ में आती है।
ज़िंदा रहना काफी नहीं है साहब,
ये बात भी ज़िंदगी ही समझाती है।
कर लो अपने नाम उम्र तमाम,
वरना उम्र की नीयत बदल जाती है।
वक्त फिसल जाता है हाथ से,
ज़िंदगी ये बार-बार दोहराती है।
प्रकृति हमें सिखाती है बदलना,
तभी तो ज़िंदगी बदल जाती है।
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Harmony in love, patience, courage, dedication and sacrifices cannot be expected from people of today. It's VERY EASY to fall in LOVE but very DIFFICULT to fall in TRUE LOVE.
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हर मुश्किल कितना आसान सा लगता है।
उसके होने की वजह से दुनिया गुलिस्तान सा लगता है।
गर एहसास न हो उसकी, ये सारा जहां वीरान सा लगता है।
उसके मिल जाने के बाद हर शख्स अंजान सा लगता है।
गर रूठ जाए मुझसे किसी दिन, क्या बताऊं कि ये दिल कितना परेशान सा लगता है।
ज़िक्र न हो उसकी लोगों के बीच, तो महफ़िल भी श्मशान सा लगता है।
कैसे बताऊं दोस्तों, वो तो मुझे भगवान सा लगता है।
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बचपन का, अब तो जवानी छाई है।
मासूमियत, हंसी ठिठोली और शरारतें
दिखती थीं कभी जिस आईने में
उसने भी अब सिर्फ जिम्मेदारी दिखाई है।-