पहली मुलाकात थी चहरे पे नकाब थापैरो में पायल थीहाथो में कंगन थेदिल में धड़कन थी फिर भी हमारे साथ थी -
पहली मुलाकात थी चहरे पे नकाब थापैरो में पायल थीहाथो में कंगन थेदिल में धड़कन थी फिर भी हमारे साथ थी
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सोच रहा था कुछ लिखूं उनके बारे वक्त ने वक्त ही छीन ही छीन लियाउनसे बिछड़ने को मजबूत के दिया -
सोच रहा था कुछ लिखूं उनके बारे वक्त ने वक्त ही छीन ही छीन लियाउनसे बिछड़ने को मजबूत के दिया
जिन रातों में अक्सर नींद उड़ जाती हैउन रातों में इश्क़ फ़रमाया जाता हैंवो मौहब्बत का मतलब क्या जानेजिन्हें कभी इश्क हुआ नहीं -
जिन रातों में अक्सर नींद उड़ जाती हैउन रातों में इश्क़ फ़रमाया जाता हैंवो मौहब्बत का मतलब क्या जानेजिन्हें कभी इश्क हुआ नहीं
कड़ी धूप थी कड़ी धूप थीं औऱमौहब्बत का इन्तिज़ार थाउसका आना इत्तफाक था -
कड़ी धूप थी कड़ी धूप थीं औऱमौहब्बत का इन्तिज़ार थाउसका आना इत्तफाक था
सुबह से बैठा रहा इन्तिज़ार में उसके औऱ आसमाँ भी रोने लगा उसके इन्तिज़ार में औऱवो कहती है चले जाओ यहाँ से -
सुबह से बैठा रहा इन्तिज़ार में उसके औऱ आसमाँ भी रोने लगा उसके इन्तिज़ार में औऱवो कहती है चले जाओ यहाँ से
इश्क़ हुआ है हमें भी उनसेंथा इश्क़ उन्हें भी हमसेंबेवफ़ाई के दौर में क़सूर हमारा ही निकला -
इश्क़ हुआ है हमें भी उनसेंथा इश्क़ उन्हें भी हमसेंबेवफ़ाई के दौर में क़सूर हमारा ही निकला
इश्क़ कभी गुलाब देखकर नही होताअक़्सर कुछ तितलियाँ गुलाब पर बैठ जाती हैं -
इश्क़ कभी गुलाब देखकर नही होताअक़्सर कुछ तितलियाँ गुलाब पर बैठ जाती हैं
बदनामी का सिला उसकी मौहब्बत से मिला हर बार एक किस्सा नया सुना ना जानें किसकी थी नज़र उस परऔऱ हम नज़र जमाये बैठे थे -
बदनामी का सिला उसकी मौहब्बत से मिला हर बार एक किस्सा नया सुना ना जानें किसकी थी नज़र उस परऔऱ हम नज़र जमाये बैठे थे
इश्क़ में न जाने कितनोंको बेवफ़ाई मिली हैंमौहब्बत एक से हुईं औऱना जानें कितनों को रुसवाई मिली -
इश्क़ में न जाने कितनोंको बेवफ़ाई मिली हैंमौहब्बत एक से हुईं औऱना जानें कितनों को रुसवाई मिली
जिन रातों में अक्सर नींद उड़ जाती हैउन रातों में इश्क़ फ़रमाया जाता हैंवो मौहब्बत का मतलब क्या जानेजिन्हें हमनें मौहब्बत करना सिखाया -
जिन रातों में अक्सर नींद उड़ जाती हैउन रातों में इश्क़ फ़रमाया जाता हैंवो मौहब्बत का मतलब क्या जानेजिन्हें हमनें मौहब्बत करना सिखाया