रौशनी को रोकने से सिर्फ
साया बनता है।
धूप को अगर रोक पाओ, तब यह देह
किसी के लिए छाया बनता है।।
जो तपती धूप में एक-दूजे के वास्ते
छाया न बन सके,
वे चाँदनी रातों के शीतल साये का
हकदार नहीं होंगे।
यह बात समय रहते समझ कर
संभल जाने वाले,
किसी सुनहरे पीतल के
गुनहगार नहीं होंगे।।
-
मत बताना किसी गैर को,
वरना क्या कहेगा ज़माना!
हर कोई यहाँ 'कृष्ण ' है
और किसी 'कृष्ण का सुदामा '।।-
'Constraints originating from Care '
and
'Care originating from Constraints '
are often similar for intellectuals with low level of emotional intelligence.-
Care having zero Constraint is either a source of ultimate cure or utter corrupt.
-
अरे बस हुआ!
और कितना कत्ल कराओगे
हम डाकूओं से?
क्या कम हो रहा है
"आशिक़ों " के चाकूओं से?
The Masculine mud
inside the male mind set
which makes them mad
must be mopped up
either by hook or crook
but definitely not by using
hard power softly or
soft power hardly.-
काँटों के बीच गुलाब
तो यूँ खिला लेते हो।
कहो, क्या कभी बचपन की उन टूटती घरों से भी
नज़र मिला लेते हो?-
राजनीति करो तो ऐसा करो कि
जो झंडा उठा ले वो भी वज़ीर हो जाए।
इश्क़ करो तो ऐसा करो कि
जो हल्दी उगा ले वो भी अमीर हो जाए।।-
यूँ तो गैरों कि बातें को भी,
मान लिया करता था मैं।
पर बारिश तो छोड़ो, ओस से बचने के लिए भी,
अक्सर छाते तान लिया करता था मैं।।-
भले मशक्कत लाख करनी पड़े,
ताउम्र निभाने कि जिद्द ही तो
मोहब्बत होती है।
याद रहे फूल और तितली के रिश्ते बिगड़ते है जब भी,
बाग के उस उम्रदराज़ माली को
बड़ी दिक्कत होती है।।-