वो कोई ख़्वाबगाह ही होगा
जहां सौ अरमान ठहरते हैं
तुम्हारी आंखें जैसे दिल है।-
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रात गहरी हो गई
पलकें भारी हो गई
एक ख्वाब जागता रहा
छत की ओर देखकर...-
कहानियां सुनते रहे
आंख लगने तक...
किरदार बदलते चले गए
होश आने तक...-
तुम
पेड़ बनना
उस मरुस्थल की,
दूसरों को छांव देकर
लेकिन अपने अंदर छांव बचाकर।-
हल निकलना मुश्किल है
हमारा मिलना मुश्किल है
दो रास्ते साथ चलने की
ख्वाहिश लिये हुए
मंजिल पे बिछड़ना मुश्किल है
हमारा मिलना मुश्किल है
जन्म जन्मांतर के कसमें वादे
धरे रह जाएंगे
ऐसे में हाथ छुड़ाना मुश्किल है
हमारा मिलना मुश्किल है।-
एक सहारा मेरा भी था
एक सितारा मेरा भी था
आज रौशनी में नहाया हूं
कल तलक अंधेरा मेरा भी था
महफ़िल लूटने का हुनर
एक आशना मेरा भी था
सौ फूल मुबारक तुम्हे
एक बाग़बान मेरा भी था।
-
एक मोड़ पर
जहाँ एक सफर
दो अलग रास्ते में बंट गए थे,
आज वो हमसफ़र
अपने जुदा रास्तों पर
उस मोड़ का
आरजू करते हैं।-
घर लिपती हुई औरतें
गीत गातीं हैं,
फसल काटती हुई औरतें
गीत गातीं हैं,
धान कूटती हुई औरतें
गीत गातीं हैं,
जीवन के संघर्षों को
पिरो लेती है गीतों में,
कितना सुंदर होता होगा ना
अपने दुख को बोल देना...-