लोग हो जाते है गुम रोशनी मेंअंधेरा रास्ता दिखती है। -
लोग हो जाते है गुम रोशनी मेंअंधेरा रास्ता दिखती है।
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कलाओ में हर कला एक से बढ़कर एकपर संगीत से बढ़कर कोई नहीं। -
कलाओ में हर कला एक से बढ़कर एकपर संगीत से बढ़कर कोई नहीं।
धूप धूप सी नहीं है लगती गाँव की,ये धूप शहर की चुभती बहुत है। -
धूप धूप सी नहीं है लगती गाँव की,ये धूप शहर की चुभती बहुत है।
कुछ भी नहीं था उसके पासएक हसीन चेहरे और खूबसूरत जिस्म के सिवायऔर वो पूछती रही आखिर तक ये तो बता की मुझ में कमी क्या है ? -
कुछ भी नहीं था उसके पासएक हसीन चेहरे और खूबसूरत जिस्म के सिवायऔर वो पूछती रही आखिर तक ये तो बता की मुझ में कमी क्या है ?
इंसान हूँ,इंसान से नफरत करता हूँ । -
इंसान हूँ,इंसान से नफरत करता हूँ ।
जब से करने लगी हैख़ामोशी मुझ से बातें,तब से ये जो शोर है नामुझ से ख़फ़ा ख़फ़ा रहता है ।। -
जब से करने लगी हैख़ामोशी मुझ से बातें,तब से ये जो शोर है नामुझ से ख़फ़ा ख़फ़ा रहता है ।।
बंद आँखों से लगा कीवक़्त गुजरा ही नहीं,जब आँखे खुली तो पता लगा कीकाफी देर हो चुकी थी। -
बंद आँखों से लगा कीवक़्त गुजरा ही नहीं,जब आँखे खुली तो पता लगा कीकाफी देर हो चुकी थी।
कुछ खुली आँखों में भी सोए हुए,कुछ बन्द आँखों से भी सब देख रहे।। — % & -
कुछ खुली आँखों में भी सोए हुए,कुछ बन्द आँखों से भी सब देख रहे।। — % &
भीड़ में खड़े थे हम भीलेकिन मनचले विचारों ने,दर-किनारे कर दिया। — % & -
भीड़ में खड़े थे हम भीलेकिन मनचले विचारों ने,दर-किनारे कर दिया। — % &
हर कोई शामिल हैजंग में अपने हिस्से की ,कोई हँसकर छिपा लेता हैकोई चुप रह कर ।। -
हर कोई शामिल हैजंग में अपने हिस्से की ,कोई हँसकर छिपा लेता हैकोई चुप रह कर ।।