सत्संग - सतसंगति - सदव्यवहार - सदगति -
सत्संग - सतसंगति - सदव्यवहार - सदगति
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जब हवाऐं लड़ीं हवाओं से, आँधियाँ उठी दिल की राहों से।ज़ुर्म जब सबित न हुआ तो ज़ुर्म ही क्या,क़त्ल करते रहो निगाहों से।।🥀💖✨ -
जब हवाऐं लड़ीं हवाओं से, आँधियाँ उठी दिल की राहों से।ज़ुर्म जब सबित न हुआ तो ज़ुर्म ही क्या,क़त्ल करते रहो निगाहों से।।🥀💖✨
मेरी ज़िंदगी तो गुज़री तेरी यादों के सहारे,मेरी मौत को भी अब कोई बहाना चाहिए। -
मेरी ज़िंदगी तो गुज़री तेरी यादों के सहारे,मेरी मौत को भी अब कोई बहाना चाहिए।
"राजा के पुछिया दुध पिये पाथर खाए गु,सब कहे को खेल है भैया समझन खोलो मुह" -
"राजा के पुछिया दुध पिये पाथर खाए गु,सब कहे को खेल है भैया समझन खोलो मुह"
"ज़नाब"जिस दिन हम बिगड़ गए,उस दिन तुम सुधर जाओगे... -
"ज़नाब"जिस दिन हम बिगड़ गए,उस दिन तुम सुधर जाओगे...
आदतन तुम ने कर दिए वादेआदतन हम ने ए'तबार कियाआदतन तुम ने धोखा दिया हमेंआदतन हम ने प्यार किया -
आदतन तुम ने कर दिए वादेआदतन हम ने ए'तबार कियाआदतन तुम ने धोखा दिया हमेंआदतन हम ने प्यार किया
"If any sad song makes you cry then it's clear that you miss someone from the bottom of your heart." -
"If any sad song makes you cry then it's clear that you miss someone from the bottom of your heart."
वैसे तो मुक़द्दर में हमारे कमी न थी चाहा था जिसे मैंने वो लड़की मिली न थी खुशियां खुदा ने बांटी तो हम भी गए लेने हिस्से में पर हमारे कोई ख़ुशी न थी -
वैसे तो मुक़द्दर में हमारे कमी न थी चाहा था जिसे मैंने वो लड़की मिली न थी खुशियां खुदा ने बांटी तो हम भी गए लेने हिस्से में पर हमारे कोई ख़ुशी न थी
मेरे अल्फ़ाज़, मेरे ख़त, मेरे लफ़्ज़ों की आरज़ू को जब सुनोगे तुम,ये सस्ती शायरी ये मुशायरे फिरसे ना करोगे तुम।हाँ शरीर से तुम दिखोगे खुद के सही मगर,दिल मेरा हो चलेगा उसे रोक ना सकोगे तुम।। -
मेरे अल्फ़ाज़, मेरे ख़त, मेरे लफ़्ज़ों की आरज़ू को जब सुनोगे तुम,ये सस्ती शायरी ये मुशायरे फिरसे ना करोगे तुम।हाँ शरीर से तुम दिखोगे खुद के सही मगर,दिल मेरा हो चलेगा उसे रोक ना सकोगे तुम।।
तूने छोडा तो समझ बैठी की हम फना हो गए,तुझे अंदाज़ा अभी नहीं की हम क्या से क्या हो गए -
तूने छोडा तो समझ बैठी की हम फना हो गए,तुझे अंदाज़ा अभी नहीं की हम क्या से क्या हो गए