" ᱫᱚᱥᱟᱨ ᱫᱟᱶ ᱫᱚ
ᱥᱩᱢᱩᱝ ᱠᱟᱹᱦᱱᱤ ᱨᱮᱜᱮ ᱧᱟᱢᱚᱜᱼᱟ
ᱟᱥᱚᱞ ᱡᱤᱭᱚᱱ ᱨᱮᱫᱚ ᱵᱟᱝᱟ "-
(पुरुधुल कुड़ी) Sarna girl
I'm not a writer, Just want to write........✍
You can'... read more
ᱡᱤᱭᱚᱱ ᱨᱮ ᱛᱤᱱᱟᱹᱜ ᱥᱟᱺᱜᱤᱧ
ᱥᱮᱱᱚᱜ ᱦᱩᱭᱩᱜᱼᱟ ᱵᱟᱹᱧ ᱵᱟᱰᱟᱭᱟ
ᱛᱤᱱᱟᱹᱜ ᱥᱟᱺᱜᱤᱧ ᱪᱟᱞᱟᱜᱼᱟ
ᱚᱱᱟ ᱦᱚᱸ ᱵᱟᱹᱧ ᱵᱟᱰᱟᱭᱟ
ᱢᱮᱱᱠᱷᱟᱱ ᱡᱤᱭᱚᱱ ᱨᱮ
ᱱᱟᱯᱟᱭ ᱠᱟᱹᱢᱤᱧ ᱠᱚᱨᱟᱣ ᱚᱴᱚᱠᱟᱜᱼᱟ
ᱤᱧᱤᱧ ᱛᱟᱦᱮᱱ ᱵᱟᱹᱧ ᱛᱟᱦᱮᱱ
ᱮᱱ ᱦᱚᱸ ᱡᱟᱭᱡᱭᱜᱽ ᱤᱧ ᱛᱟᱦᱮᱱ ᱢᱟ-
ᱠᱩᱥᱤᱧ ᱵᱩᱡᱷᱟᱹᱣᱟ ᱢᱚᱱᱮ ᱡᱤᱣᱤ ᱨᱮ
ᱱᱚᱣᱟ ᱩᱭᱦᱟ.ᱨ ᱠᱟᱛᱮ ᱯᱟᱞᱮᱫ
ᱪᱟᱸᱫᱚ ᱵᱚᱸᱜᱟ ᱦᱚᱸ ᱤᱧ ᱞᱟ.ᱜᱤᱫ
ᱡᱟᱦᱟᱸᱱᱟᱜ ᱫᱚᱭ ᱩᱭᱦᱟ.ᱨ ᱟᱠᱟᱫ ᱜᱮᱭᱟ-
" मंज़िलें चाहे कितनी भी ऊँची या कठिन हो,
रास्ते हमेशा पैरों के नीचे ही होते है "-
प्यार के इस खेल में
तुम्हारा सिर्फ़ वादा टूटा है
लेकिन किसी का दिल
अंदर तक टूटा हुआ है
पर तुम समझोगे नहीं
खिलौना जो समझा है-
यादें मनुष्य की
सबसे कीमती चीज है
जो कभी अपार खुशियाँ देती है
तो कभी खून के आँसू रुलाती है
इस संपति को
ना कोई चुरा सकता है
और ना किसी के द्वारा
मन में भरा जा सकता है
जब यादें
खून के आँसू रुलाती है
तो जिंदगी
एक बोझ बन कर रह जाती है-
जिंदग़ी में कौन आता है
यह मायने नहीं रखता
आखिर तक साथ कौन रहता है
यह मायने रखता है....-
खुशियाँ.....
जो सिर्फ़ चाँद घंटों के लिए याद आते हैं
लेकिन जो धक्का एक गम से मिलता है
वो हमेशा के लिए रूह में कैद हो जाती है
उसे जब भी हम भुलाना चाहे तो
एक टीस, एक दर्द, एक आह,
एक पुकार सब इस तरह से घेरते हैं
जैसे किसी पर्वत को काली घटा
फिर जेहान में इस कदर उतरता है
जो सिर्फ़ मौत के बाद ही खत्म होता है
-
जख्म...
तन पर हो या मन पर
तकलीफ़ हुआ करती है
फर्क सिर्फ़ इतना है कि
तन का जख्म दिखाया जा सकता है
लेकिन जख्म तो जख्म है....
मन का जख्म एक एहसास है
घुटते हुए जीने का
पल-पल मरने का
और ये सिर्फ़ वही महसूस कर सकता है
जिसे मन बेहद चाहता हो
क्योंकि मन पर सिर्फ़
उसका ही अधिकार होता है
और ये जख्म कभी मरता नहीं
वक़्त के साथ अक्सर लोग
कुरेद दिया करते हैं
तब....
तब तकलीफ़ बेहद हुआ करती है
-
सालों वक़्त लगा
खुद को समेटने में
कितनी मुश्किल से
टुकड़ा- टुकड़ा करके
सहेजने की
फिर से जीने की
प्यार में रंगने की
किसी के साथ की आशा
फिर से मन में जगायी थी
जो भरोसा इतनी मुश्किल से
बनायी थी वो फिर से टूट गया
उम्मीद का दामन
साथ छूट गया-