Sarita shrivastava
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कभी चांद को निहारा करते थे,
टकटकी भरे ,
अब तुम्हें निहारते हैं!-
कुछ अनकहा अनसुना सा लिखा है,
आज मैंने अपना दिल लिखा है,
तुम तो थे कुछ दिन,
मैंने तो हर लम्हा लिखा है!-
जब से होश संभाला,
अपने ही दग़ाबाज़ निकले
चेहरे पे था अच्छाई का नकाब
लबों पर झूठे अफसाने निकले !-
वोह नजर अंदाज भी करते हैं और, चुपके से नजर भी रखते हैं,,
लेकिन जताते तो ऐसे हैं जैसे हमसे कोई इत्तेफाक नहीं रखते हैं!
उनकी हर नजर पर रहती है मेरी नजर,
जाने अनजाने ही सही शैतानियां बड़ी खूब करते हैं!
कभी-कभी गर मिल जाती है उनकी नजर से मेरी नजर,
सेहम जाते हैं ऐसे जैसे कोई चोरी करते पकड़े हैं!
नज़र रखते हैं मेरी सारी अनकही बातों पर,
नज़र रखते हैं तन्हा सिसकती मेरी रातों पर,
जताते हैं कि जैसे उनको हमसे उल्फत नहीं है,
मगर किस हाल में मैं हूँ ये खबर भी रखते हैं!
करते हैं मेरा इंतजार वो बड़ी बेसब्री से ये मलुमात है,
मुझे पर हाले दिल सुनाने से पता नहीं क्यों घबराते हैं!
यूं ही लुका छुपी में ना गुजर जाए ये उम्र सारी,
कर ही दीजिए इजहारे मोहब्बत आखिर किस इल्जामात से डरते हैं!
बड़ी बेसब्री से धड़कता है ये दिल दोनों तरफ ये खबर है मुझे,
तो फिर क्यों पहले आप पहले आप की बारी का इंतजार करते हैं!
वोह नजर अंदाज भी करते हैं और, चुपके से नजर भी रखते हैं!....-
There is no rain around
No rhythm no sound
No engima new
And no heart best for you
It just for the sake lust
If I may touch you-