यूंही बातों बातों में
वो: सुनो सारू, तुम न प्यार में हो मेरे ....
में: बेशक हूं पर प्यार में बिल्कुल भी नहीं
वो: तो ...?
में: अरे बाबा इतना चौकों मत, मैं साथ में हूं तुम्हारे
और साथ में होना प्यार में होने से ज्यादा जरूरी है समझे ।-
Sarika Swain
(Sarika Swain)
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Author of "Anthkalo"
Compiler of "Smruti ra panthasala"
Co-founder of shreeganeshpublication... read more
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Joined 20 July 2019
7 OCT AT 21:03
5 OCT AT 19:59
मुझे क्या... ?
तुम्हे क्या...?
हमें क्या...?
यही करते करते रिश्ता ही खत्म हो जाते है
इसलिए रिश्ते बनाओ तो ऐसे बनाओ
जिसमें शब्द कम और समझ ज्यादा हो ।
-
13 AUG AT 23:06
चलो ना तेरे मज़हब का हो जाती हूं में,
पर पहले वादा कर फिर दुनिया में अमन होगा।-
16 JUL AT 21:03
मुझे आज तक एक बात समझ नहीं आई
कौन सबसे ज्यादा बेबस है
ये समंदर का किनारा जो चल नहीं सकता ,
या वो लहर जो ठहर नहीं सकती।-
25 JUN AT 20:23
କିଛି ଜଣ କହୁଛନ୍ତି ବର୍ଷା ଟୋପା ସାରୁପତ୍ର ରେ ବେଶୀ ସମୟ ରହିପରେନା ।
କିନ୍ତୁ ମୋ ମତରେ ,
ବର୍ଷା ଟୋପା ସାରୁପତ୍ରରୁ ଖସିଲେ ମାଟିରେ ମିଶେ ଅର୍ଥାତ୍
ମୁଁ ତମ କୋଳରେ ସେବେ ଯାଏ ରହିବାକୁ ଚାହେଁ ଯେବେ ଯାଏ ମୁଁ ମାଟିରେ ନ ମିଶିଛି
ତେବେ କୁହ ସାରୁପତ୍ର ପ୍ରତି ବର୍ଷା ଟୋପା ର ପ୍ରେମ ଅସରନ୍ତି ନୁହେଁ କି?-
24 JUN AT 19:45
एक तो बरसात, दूसरा तन्हाई...
तीसरी ये ग़ज़ल,ऊपर से जगजीत सिंह जी का आवाज..-