ख्वाहिशों के समंदर में जिम्मेदारियों की लहरें हैं।
यूं तो एक सास में सुमद्र पार कर लू मैं।
पर कंधों पे अभी जरा बोझ ठहरे है।।-
My quotes are product of my
imagination, it has nothing to d... read more
किसने कहा हार सिर्फ जंग ऐ मैदान में होती है
एक बाजी दिल से तो खेल के देखो यारों।।-
एक खामोशी सी थी तेरे मेरे बीच में
बातें तो बस ये दो आंखें कर रही थी
लब तो सिल रखे थे दोनो ने
साजिश तो बस ये सांसे कर रही थी।-
रोग इश्क का हैं
इसलिए बुखार अभी तक उतरा नहीं
मरहम जो गर तुम बन जाते तो
दावा की जरूरत किसे पड़ती।।-
हम जो बिखरे कभी तो तुम समेट लेना..
सहमे से इन सांसों को खुद में लपेट लेना...-
कितना शातिर हैं न खुदा
झूठ बोलने के लिए ज़बान देता हैं।
और सच पढ़ने के लिए आंखे।।-
ये तो कुदरत की साज़िश है सारी
वरना जो कल तक हमारी पसंद थे।
आज हम उनकी तलाश बन गए है।।-
बेहद बेशकीमती है ये बारिशें
लगता है दूर कोई रोया है
आज मेरी याद में।-
गुनाह ये नहीं कि इश्क़ कर बैठे हैं।
कूसूरवार तो तब हो गए जब जात
बंजर- ए- जमीन की थी और
बारिशों से दिल लगा बैठें।।-
रोज़ मुलाक़ात करनी है उनसे
रोज़ मुलाक़ात करनी है उनसे
कुछ बात तो
कुछ शिकायते
भी तो करनी है उनसे।।-