Saraswati Sahu   (SARAS✒)
575 Followers · 6 Following

• संयमित | आशावादी🦋
• मंडल आर्ट 🖤 (लिंक 👇🏻👇🏻)
Joined 30 December 2018


• संयमित | आशावादी🦋
• मंडल आर्ट 🖤 (लिंक 👇🏻👇🏻)
Joined 30 December 2018
29 JUL 2019 AT 0:19

-


13 DEC 2021 AT 19:25

''मोह-माया"
------------
दुनिया की मीठी है माया
जिंदगी जीते जाओ
तुममें यह घुलती जाएगी।

छाया बिन अधूरी है काया
जिंदगी जीने के लिए
जरूरी है माया।
अगर तुम जो फंसे
इक बार इस जाल मे
निकल पाओगे फिर
न किसी ढाल से।

बस इक बेबसी है
जो जीवनरस का
स्वाद छीन लेती है।
यह तो इक पर्दा है
जीवन की असल
पहचान छुपाने की।
जिंदगी न जाने किस
पल कहां ले जाये।
सच!
बड़ी अनूठी है माया।
बड़ी अनूठी है माया।

-


22 DEC 2020 AT 11:14

"खुशियाँ "

चाशनी सी होती है खुशियाँ
जब मिलती है
दिल खिल उठता है
जब दूर जाती है
जीवन कड़वा लगता है

बेशक़ जीवन के ये
स्वाद ज़रूरी है
पर कड़वा चाहे कौन ?

बड़ी ही चंचल होती हैं ख़ुशियाँ
न जाने किस पल मिल जाए
न जाने किस पल छोड़ जाये

जीनी है अगर जिंदगी
जिस क्षण भी
नज़र आये ये जो पास
जैसी भी मिले
आम हो या ख़ास
बैठ लो दो पल इसके साथ ।

सच! बड़ी ही प्यारी होती है
खुशियाँ।।

-


17 SEP 2020 AT 23:27

"हाल-ए-ज़िंदगी"

हाल क्या पूछती हो
सब तुझको तो
है पता ऐ ज़िंदगी
किस बात से है
महरूम तू ऐ ज़िंदगी।।
माज़ी मे जीना भी क्या जीना
वक़्त ने यहाँ ला दिया
हालतों का है खेल सारा
परेशानियां अच्छी किसे लगे है
टूट कर एक कोने बैठ जाऊं
इतनी कमज़ोर नहीं
ये तो बस सोच का
फेर है ऐ ज़िंदगी।।
सोहबत है जब तक मेरा मुझसे
हालतों के कोने से भी ख़ुशियाँ
ढूंढ लाऊं मैं ऐ ज़िंदगी।।
हाल क्या पूछती हो
सब तुझको तो
है पता ऐ ज़िंदगी।।

-


19 JUL 2020 AT 19:25

In nature, silence is loud. You can sit and enjoy the subtle sounds that surround you. Deep in the woods, there is a peace and harmony that doesn’t exist in the city or anywhere around human habitats. The best way to experience the divine is through the silence.

-


30 JUN 2020 AT 10:02

"वर्तमान"

जीना तो वर्तमान में है
फिर अतीत का सोचे क्यो;

मरना तो भावी है
फिर इसे खोजें क्यो;

अगर ऊहापोह है
मन में, तो चाह रखो
सूर्य के प्रकाश की
जो करे अस्तित्व
को प्रज्वलित ,
ओज से परिपूर्ण ,
जागत्क के उल्लास
से है सम्पूर्ण;

ऐ इंसा!
जो है नहीं
उसकी तुझे तलाश है;
जब ख़ुशियाँ पास है,
फिर क्यों परेशान है।

-


9 APR 2020 AT 12:48

"शब्द"

सत्य का आभास नहीं
ऐसा नहीं है
पर डर इसका है
जब सच और झूठ
मिलेंगे सम्मुख
क्या तब ये
एक साथ ठहर पायेंगे।
हमेशा बिलगाव
रहा इनमें ।
शायद ये शब्द के
स्वरूप ही हैं ।
फिर भी सदा ये
तन कर रहते हैं ।
गंतव्य यही है
कभी तो इन्हे मिला दूँ
दोनों ही हमराह हमारे।

-


11 MAR 2020 AT 9:22

SMILE

"I can smile a lot, because it gives me peace in every situation. I see magic in my smile. And I think it has amazing power". Therefore, remember to smile.

-


3 MAR 2020 AT 23:40

"नया दौर"
अर्वाचीन का दौर है चल रहा
पुरातन लिहाज़ अभी तक है ढका
मानव बहुरुपिया हो गया
कैसा मीयाद ये बन रहा ।

देखो ये कैसा अपकृष्ट हो रहा
क्रूरता अब किसी जाति *कसाई*
का नही रहा
हम सब एक है !
सही मायने में यह घोष
अब सच होता है दिख रहा ।

कैसा ये दस्तूर ढा गया
आख्यान कम पड़ रहा
करतल ध्वनि का वेग बढ़ रहा
अपनी प्रशस्ति के लिए
एक बन्धू दूसरे बन्धु का
नमन है कर रहा
कैसा मीयाद ये बन रहा।

-


3 FEB 2020 AT 19:59

"जिंदगी:एक आईना"
मै हंसती हूँ
जिंदगी अच्छी लगती है
मै रोती हूँ
जिंदगी दुःखी दिखती है
जैसी मै ढलती हू
वैसी तू बन जाती है
हममें ये कैसा नाता है
कभी तुझसे प्यार
कभी एतबार सा
मन हो जाता है;
न जाने तुझमे क्यों
ऐ जिंदगी,
इक आईना नज़र आता है
इक आईना नज़र आता है।

-


Fetching Saraswati Sahu Quotes