उबलती चाय की खुसबू मै
आज शाम बसा है।
इस चाय की पत्ति ने तो रंग जमाया है।
मसालों ने कुछ यूँ चूल मचाया है,
न पिने वाला भी कहता है।
एक कप चाय पीला दो
ये इतवार शाम अपनी लेकर आया है।— % &-
पहचान के भी अनजान हूं खुद से।
Insta:- saraswatimahato_
मै सुनु तुझे तू वजह बता?
फ़िज़ूल नहीं बात काम की बता,
वक़्त काफी क़ीमती है मेरा।
बाते इधर उधर की नहीं, तू अपनी सुना?
और मै सुनु तुझे तू सही वजह बता।
फ़िज़ूल नहीं बात काम की बता।-
फ़िज़ूल की बातें रोज करुँगी!
तुम सुन लोगे ना?
Girlfriend नहीं
•
मै बीवी बनूँगी
•
तुम झेल लोगे ना.?-
एक तिजोरी है मेरी ज़िन्दगी का!
जहाँ सारे राज मेरे आज भी दफ़न होता है।-
तुम टूटे ख्वाब से लगते हो,
कभी पूरी न होने वाली आस से लगते हो।
यूँ तो शिकायत नहीं हमें,
तुम अब बीते कल मै नज़र आते हो।
मुझे मेरे चाँद से, मोहब्बत है कई अरसे से,
सच कहूं तुम मेरे चाँद से
बिलकुल नज़र नहीं आते हो।
तुम सिर्फ एक बीता कल हो,
और बीते कल के अलावा कही और
नज़र नहीं आते हो।-
एक तारीख है, बदल जाएगी,
हर साल उम्र बढ़ा कर,ज़िन्दगी कम कर जाएगी,
ये वक़्त जब ज़िन्दगी जीने का सलीका सिखाएगी,
मोहब्बत ज़िन्दगी से हो जाएगी
पर वक़्त कम कर जाएगी।
मेरी मौत जब आएगी,
दो पल बैठ किस्से मेरे दोहराएगी,
मै मौत हूं, मै सच हूं भ्रम तो ज़िन्दगी है वो बतलाएगी,
मै हर पल रहता हु साथ तेरे,
न जाने तुझे छोड़ ज़िन्दगी कब चली जाएगी
वो कुछ यूँ मुस्कुरा कर रूह मेरी ले जायेगी।
एक तारीख है जो बदल जाएगी,
मेरी उम्र बढ़ा कर ज़िन्दगी कम कर जाएगी।-
न पूछ जन्नत मुझसे मै घर कहूंगा,
अपने गम और अपनी खुशियान बाटाँ यही करूँगा,
चार दीवारों मै सब अपने मेरे,
यहाँ बस्ता है खुदा भी संग मेरे,
तू जितनी बार जन्नत पूछेगा.?
मै घर कहूंगा।
मै जब भी शांत बैठा करता हूं,
पूछ लिया करते हैँ घरवाले -
'भला क्यों है उदास आज शाम तेरा '.?
अब इससे ज्यादा मै किया चाहूंगा.?-
तुम आना वक़्त लेकर,
वक़्त बर्बाद करने,
आसमान के चादर मै,
तारों की गिनतीय करने।-