2 DEC 2018 AT 19:53

बहर-2122 1212 22

जिंदगी बहुत खूबसूरत है।
हम बनाते खुद बदसूरत है।।
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जान ही कहाँ सके गलतियों को।
बहुत बार मिलती रियायत है।।
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कर्म खुद के किए सही है कहाँ।
फिर कह रहे हमें शिकायत है ।।
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हर गुनाह छुपता नहीं समझो।
यहाँ मिली है सजाएँ हकीकत है।।
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हो सके तो कमा कर दिखा दो।
आदमी का सच्चा धन शराफत है।।
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सफल होते पुण्य हमारे जो ।
कर्म ही तो यहां हिफाजत है।।
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व्यर्थ गवाँते फिरे तुम्हीं जीवन।
यह खुदा की बख्शी अमानत है।।

- Santoshi devi