Santosh Singh Rathore   (SRSrathore)
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Joined 24 February 2019


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Joined 24 February 2019
1 AUG 2021 AT 13:31

मैं यही हुँ, अभी वक़्त है
ज़रा देख कर आ
कोई कसर तो नही रही हयात मे
ज़रा जी कर आ
मै यही हू, अभी वक़्त है।।

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29 MAY 2020 AT 11:58

😎 अरे सोनुआ! इ का कर रहे हो ?

🤵 भैया जी प्रवासियों को उनके घर छोड़ रहा हूँ ।

😎 भाग बुड़बक! काहें को जान दे रहे हो ?

🤵 जाने जा रही हैं भैया जी, क्योंकी बाकी सब बुड़बक बने बैठे हैं ।

😎 तुम क्या कोई मशीहा हो? रहने दो ।

🤵 नहीं भैया जी, जिनका सबने खाया उनको मैं अपना कर्ज उतार रहा हूँ।

😎 राजनीती में जाने की सोच रहे हो क्या ?

🤵 नहीं भैया जी, वहां पहले से काफी भीड़ है। लोगों का दिल पूरा खाली है, वहीं जाना चाह रहा हूँ।

😎 चल छोटे दिल जीत लिया। ये सब ख़तम होने के बाद चैन से सोयेगा।

🤵 जी भैया जी, अभी जाना पड़ेगा ड्राइवर को इंस्ट्रक्शन देना है 🙏🙏

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5 FEB 2020 AT 20:17

"To take great responsibility, Must have great Power"

--Santosh Singh Rathore

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30 SEP 2019 AT 21:47

Good Evening

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28 SEP 2019 AT 8:35

Good morning

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15 SEP 2019 AT 11:29

आज, हालात ख़राब है 😢!
कल, और भी बत्तर होगा 😭!!
लेकिन परसो, उम्मीदों का सूरज निकलेगा 🌞 और फिर, सब कुछ ठीक हो जायेगा..🕺💃।
🚣🐦

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12 SEP 2019 AT 10:21

था मैं नींद में और मुझे इतना सजाया जा रहा था..
बड़े प्यार से मुझे नहलाया जा रहा था....
ना जाने था वो कौन सा अजब खेल मेरे घर में..
बच्चो की तरह मुझे कंधे पर उठाया जा रहा था..
था पास मेरा हर अपना उस वक़्त....
फिर भी मैं हर किसी के मन से भुलाया जा रहा था..
जो कभी देखते भी न थे मोहब्बत की निगाहों से..
उनके दिल से भी प्यार मुझ पर लुटाया जा रहा था..
मालूम नही क्यों हैरान था हर कोई मुझे सोते हुए देख कर
जोर-जोर से रोकर मुझे जगाया जा रहा था..
काँप उठी मेरी रूह वो मंज़र देख कर....
जहाँ मुझे हमेशा के लिए सुलाया जा रहा था..
मोहब्बत की इन्तहा थी जिन दिलों में मेरे लिए..
उन्हीं दिलों के हाथों,आज मैं जलाया जा रहा था!!

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30 JUN 2019 AT 14:02

🔷 A 🆕concern ✒️📖✍️🌍
👣◽️अपना #कर्त्तव्य (Duty) सबके लिए एक जैसा ही मायने रखता है...
▪️चाहे वो #व्यक्तित्व अच्छा हो या बुरा 🤥! क्योंकि #अच्छा या #बुरा होना एक ही सिक्के के दो #पहलू हैं👍👎, फर्क बस इससे पड़ता है कि आप किस #Reference(जड़त्व) से देख रहे हैं👀।▪️
... कभी कभी हम इंसान( #human)अपने #निजी_स्वार्थ को कर्त्तव्य का #हवाला(proof) देकर ये दिखाना चाहते हैं कि हम कितने निष्ठावान हैं, Huh !😏।।
मेरा मानना है, सबसे बड़ा कर्तव्य #मानवता(huminity) के प्रति कर्तव्य है। 👉इसलिए हर-एक #पत्रकार(journalist), #आलोचक(critic), #विपक्ष(opposition) को अपने #अस्तित्व(existence) के बारे में न सोचते हुए बल्कि, सबके अच्छे परिस्थिति के आगमन के लिए हर वो छोटी से छोटी प्रयास की #ललक(Zeal) होनी चाहिए 🗿।। 🙏

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12 JUN 2019 AT 22:59

👀🕯️बलिदान जिंदगी की, उनको छूने की चाह में 💡🦋
📄✍️एक प्रेम कथा❤️📖

रात्रि का अंधकार अपने पूरे यौवन पर था🕛। चारो ओर सन्नाटा पसर चूका था🌚। काली अंधकारें झनझनाहट की डरावनी आवाज़ लिए वीरान गलियों से गुज़र रहीं थी🏞️। उसी रात, मैं अपनी कल्पना के विस्तार में उन गलियों से गुजर रहा था🚶। अचानक मेरी नज़र सड़क के किनारे एक बत्ती पर पड़ी, मैंने देखा बत्ती के आस-पास हज़ारों की संख्या में पतंगे मंडरा रहे थे। पतंगा बड़ी उत्साह से बत्ती के पास जाता, उसके चारों ओर चक्कर लगाता और अपना पंख गवाकर नीचे गिर जाता🌛। ये सिलसिला चलता ही रहा, तब अधीर होकर बत्ती🕹️ ने पूछा- क्यों भाई क्यों अपनी प्राणों की आहुति दे रहे हो✝️? क्या तुम्हे अपने जीवन से मोह नहीं है?

बत्ती की बात सुन पतंगा 🐝धीरे से मुश्कुराया और बोला- यही तो प्रेम है, जो हम आपसे करते हैं, अगर मौत ही एक ज़रिया है आपसे रूबरू होने का! तो ऐसी हज़ार ज़िन्दगी आप पर कुर्बान कर दूँ।☃️।

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7 JUN 2019 AT 17:45

विचारों के सागर में, आज एक और बार, शब्दों रूपी मछलियों को छुआ ।📄✒️📘✍️✍️।

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