तेरे बिना सब बेस्वाद है,
यह सर्दी, यह धूप, यह मखमली चादर,
भला इसकी क्या औकात है।
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है पर्व महा छठ की लेकिन अजीब खामोशी सी छाई है, स्वर कोकिला की हुई ऐसी समय विदाई है🥺।-
Tum mat Lao jamane Ko bus tumse baatein karni hai,
Bs tum Han kar ke to dekho phir usi jamane se larni hai.-
जिंदगी मिली है तो झेलनी होगी अमावश की रात भी,
हर शाम चांद की पूर्णिमा नही होती।
जो टूट जाए मिले एक हार पे,
मंजिले उनकी फिर कभी आसान नही होती।-
नई उम्मीद और ऊंचाइयों का बसेरा हो,
ये साल अनगिनत खुशहालियों का नया सवेरा हो।
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ए मालिक🙏 बस कर दे इतनी सी दुआ पूरी,
जो हो गया इस साल बुरा, ना हो फिर किसी के लिए भी कभी🙏🙏।-
कभी तलाश खत्म ही नहीं हुई जिंदगी की,
तुम मिले, तो प्यास और बढ़ गया।-
अपने आंसुओं को मत रोको, बह जाने दो
दिल को दरिया बनाओ और उसमें गिर जाने दो।-
नहीं करता जिक्र तुम्हारी अब मैं किसी और से,
दुनिया की नजरों से बचाना आज भी हमें आता है।-
ना हो सके तुझपे निसार वो इश्क किस काम की,
कर चले लेकर जो तिलक मिट्टी और कफन तेरे नाम की।-