मैं जो भी सोचता हूँ वो लिख देता हूँ, जिसे जो भी समझना है वो समझ लेता है !! -
मैं जो भी सोचता हूँ वो लिख देता हूँ, जिसे जो भी समझना है वो समझ लेता है !!
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शबनमी बूँदों से प्यास कहाँ बुझती है,गर बरसना ही है तो घनघोर बरस !! -
शबनमी बूँदों से प्यास कहाँ बुझती है,गर बरसना ही है तो घनघोर बरस !!
बड़ी मुद्दत से मिलेगा मुझे कोई मेरे जैसा,बेशक़ ऐसे वैसों से मेरी बनती भी नहीं !! -
बड़ी मुद्दत से मिलेगा मुझे कोई मेरे जैसा,बेशक़ ऐसे वैसों से मेरी बनती भी नहीं !!
बात कभी दिल से निकलती है कभी ज़बाँ से,जिसे जो चाहे समझना है वो समझ लेता है !! -
बात कभी दिल से निकलती है कभी ज़बाँ से,जिसे जो चाहे समझना है वो समझ लेता है !!
तन्हा नहीं रहता मैं एक पल भी उसके बगैर,गर वो साथ ना हो तो उसकी याद साथ होती है !! -
तन्हा नहीं रहता मैं एक पल भी उसके बगैर,गर वो साथ ना हो तो उसकी याद साथ होती है !!
सिर्फ़ इतना है गुलों की ज़िंदगी का सफ़र,खिलना फिर टूटना मुरझाना और बिखर जाना !! -
सिर्फ़ इतना है गुलों की ज़िंदगी का सफ़र,खिलना फिर टूटना मुरझाना और बिखर जाना !!
फिर से कम्बख़्त फ़रेब का महीना आ गया,अब लोग जिस्म भी नोचेंगे मोहब्बत के नाम पर !! -
फिर से कम्बख़्त फ़रेब का महीना आ गया,अब लोग जिस्म भी नोचेंगे मोहब्बत के नाम पर !!
तन्हा खड़े हैं भरी महफ़िल में इस कदर,लगता ही नहीं दुनिया में कोई हमारा भी है !! -
तन्हा खड़े हैं भरी महफ़िल में इस कदर,लगता ही नहीं दुनिया में कोई हमारा भी है !!
ये कौन बरफ़ सी घोल रहा है बहते पवन के झोंकों में ?साँझ ढ़ले ही बढ़ जाती है अभिसार की तलब पलकों में !! -
ये कौन बरफ़ सी घोल रहा है बहते पवन के झोंकों में ?साँझ ढ़ले ही बढ़ जाती है अभिसार की तलब पलकों में !!
ये शर्द शाम ये तन्हाई और चाँदनी रातें,हम दोनो साथ में होते तो बेहतर होता !! -
ये शर्द शाम ये तन्हाई और चाँदनी रातें,हम दोनो साथ में होते तो बेहतर होता !!