Yad rkhna ,
Ki ye bhi yad rhega-
दिल में मोहब्बत- लिखने का इरादा
कोन कहता है की कफन सिर्फ सफेद रंग का होता है,
मैंने लाल रंग मे भी लड़कियों को दफ़न होते देखा है.-
डिजिटल सारा जमाना सा हो गया है,
हर वो दोस्त जो हाथ पकडकर बचपन में चलता था साथ,
वो बड़ा होकर जरा बेगाना सा हो गया है-
डिजिटल सारा जमाना सा हो गया है,
हर वो दोस्त जो हाथ पकडकर बचपन में चलता था साथ,
वो बड़ा होकर जरा बेगाना सा हो गया है-
रखा रह गया प्यार जरा सा ,
और जिमेदारियां सारी ख्वाहिशे समेटकर ले गई-
Ab main tujhe khona chahti hun
.
.
kyunki abhi mujhe meri jarurat jyada hai-
दुनिया का अभिमान है नारी
जो चाहो वो मुकाम है नारी
घर की अन्नपूर्णा है और
गोद में उसकी जन्नत सारी
सूरज जैसी गर्मी है और
माटी सी शीतलता प्यारी
नदियों की चंचलता है और
पर्वत सा ठहराव है भारी
मां,बहन या पत्नी हो
हर रूप में उसने प्रकृति संवारी-
जी चाहता है मेरा , आंखों पर तुझे चश्मे सा चढ़ा लूं
कि तेरे बिना भी कोई ना दिखे
और तेरे सिवा भी कोई ना दिखे-
मैं गलत हूं किसी की नजर में
पर किसी की सोच मुझे सही समझती है
आखिर कब तक दूसरों के हिसाब से जियूं
मेरी दुनिया में कुछ मेरी भी तो हस्ती है
-
बहुत करीब थे जो वो काफी दूर हो गए
किस्से तन्हाइयों के इतने मशहूर हो गए
साथ ना रहकर भी अकेले तो नहीं रहते
पर पास ना रहने को थोड़े मजबूर हो गए-