Sanku Wange   (Sanket_wange_)
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Joined 13 June 2019


Joined 13 June 2019
20 OCT 2021 AT 22:57

भटक चुका हू, उलझ गया हू मै
दिल बस जाना चाहता, वापस ये

मैं खुद, ही खुद से, यहा हार रहा हुं
जहा लढ रहे है सब आपस मे.

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10 FEB 2021 AT 12:33

आज कल अपनो से भी ज्यादा
मुझको प्यारे लगते दुजे....
क्युकी ये खैरियत ज्यादा
बस पुछते नतिजे ☹️

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12 JAN 2021 AT 10:42

तुने जाना, नही जाना
पर ये आशिक अनोखा है
Dp check, कर कर, के msg लिखे तुझे
पर send बटण दबाने से मैने खुद को ही रोका है
बहोत कम समय मे बडी दुनिया देखी जाना..
लगता प्यार illusion
और मानो, दुनिया ही धोखा हैं

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10 JAN 2021 AT 10:11

गम कम ना होकर भी ..दिखते नही जमाने मे
क्यू की मजबुत ये दिल,
सरे आम नहि रोते
यू तो पत्ते भी हिलते है...हवा के झोंको से
पर कुछ हत्त्याये ऐसी भी,
जहा कातिलो के कभी कोई नाम नही होते

_sanket_wange_

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16 NOV 2020 AT 22:36

कल जब दौडना चाहता था मै
तब पता नही थे मुझे रस्ते,
आज जब अपहीचसा हू मै यारो
तब है जेब मेरे सारे नक्शे

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2 JUN 2020 AT 18:07

आज कल देख रहा हू
लोग अमीर बहोत हुये है
ये कुछ भी खरीद सकते है

सोच रहा इंसानियत की दुकान डाल दु
बहोत ज्यादा स्कोप है

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2 JUN 2020 AT 18:00

एकलव्यासारखे सारखे शिष्य , शोधू तरी मी कोठे
खरे ज्ञान राहले मागे , पदवीचे कागद झाले मोठे

निश्चिल प्रेम करणारे ते, युवक असतील तरी कोठे
कामवासनेच्या मंत्रात , मुग्ध झाले यात सारे

आई वडिलांच्या सौख्यासाठी, श्रावण बाळ असेल कोठे
धकाधकिच्या जीवनात आज , पती-पत्नीचं वेगळे झाले

अग्निपरिक्षेस जाणारी , मज सीता मिळेल कोठे
कित्येकांचे चरित्र तर त्या, fb वरती पंगू झाले

कविताच करणारे ते, माझे बोट आहे कोठे
कमी झाल्या त्या कविता..हो शब्द सुद्धा बोथट झाले.

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25 MAY 2020 AT 12:28

किसने कहा की
तराजू
सिर्फ बनियेकी दुकान पर लटका करते है...

अरे ये दुनिया के लोग हैं भाई ,
तू कुछ भी बोल, तेरा हर शब्द
बराबर तौला करते है.

#निःशब्द

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16 MAY 2020 AT 11:51

लोगो को पसंद होंगी जिंदगी,
पर मुझे तो मौत पसंद है.

और मौत जब आयी मुझे लेने
तो ये बोल उसे कर दिया वापस की
सॉरी मौत
तुझसे ज्यादा मुझे मेरी माँ पसंद है|

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11 MAY 2020 AT 0:38

कुद्रत ने दि इस जिंदगी को
जितना हो उतना बेहतर निभा रहा हू।

खुद्द को ही धुंडते धुंडते
मानो समुंदर की गेहराई मे जा रहा हू।

कंकड जितने है सफर मे,
उतना ही मजा भी
ये मंजिल सून, मै जल्द ही तेरे पास आ रहा हू।।

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