Sanjeev Sakun  
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Actor /Writer
Joined 12 December 2018


Actor /Writer
Joined 12 December 2018
5 JUN 2021 AT 0:04

कैसा वक़्त आ गया है कि इधर एक-दूसरे का हाल पूछने में लगे हैं।
उधर गंगा में कौड़ियों की जगह हम
लाशें ढूँढने में लगे हैं।।

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19 APR 2021 AT 12:14

हर भरोसेमंद व्यक्ति आपके भरोसे पर खड़ा उतरे, यह ज़रूरी नहीं!

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25 JUL 2020 AT 12:01

मुझे सुकून मिलता है, तेरे दिल के तहख़ाने में!
तेरी प्यास बुझाता हूँ, जाकर मैख़ाने में!!

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11 DEC 2019 AT 14:44

देश में क्यों हो रही हैं बलात्कार की इतनी घटनायें?

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30 NOV 2019 AT 9:08

संसद के कैंटीन में बैठ कर सब्सिडी की रोटी तोड़ने वाले नेताओं पर मैं नहीं लिखता ।

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16 AUG 2019 AT 7:16

देश में जितने लोग हैं, देशभक्ति की उतनी परिभाषाएं है l


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5 AUG 2019 AT 0:12

ऊँची हील वाली सैंडल और अधूरी जानकारी कभी भी धोखा दे सकती है।

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21 JUL 2019 AT 8:55

सागर के बीच बैठा साग़र पी रहा हूँ।
तेरी तस्वीर में तेरे गाल का तिल देखकर जी रहा हूँ।।

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17 JUL 2019 AT 7:44

ग़रीबों की मदद करनेवाला वो मानव नहीं भगवान है। औरत का चस्का लग जाए जिसे वो आदमी नहीं शैतान है।।

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15 JUL 2019 AT 22:10

मैंने उसकी मदद की शायद ये मेरा गुनाह था।
ख़ुदा बरकत देता है ऐसा सुना था।।

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