6 JUL 2019 AT 3:38

उस ईश्वर का आभार प्रकट करना ,
उसके दिए सुंदर जीवन का सम्मान करना,,,,,
माना की परिस्थितयों एक समान नही होती ,
जिंदगी की पर ,
तुम हौसला रख कर हर परिस्थिति का सामना करना

ज्यादा नहीं इतना ही प्यार जिंदगी को देना,,,
जितनी सागर में लहरें हैं ,
ज्यादा नहीं इतनी ही प्रीत जिंदगी को देना,,,,
जितने इस गगन में तारे हैं ,,।।

- संजीव बंसल