आप हर सांस के साथ याद आती हो राधा जी,
अब आप ही बताओ, आपकी याद को रोक लूं या अपनी सांस को,,
मेरी आंखों में आंसू नहीं कुछ नमी है,,,
राधा जी वजह आप नहीं आपकी कमी है,,
जै श्री राधे
श्री गोपा माता, श्री गायश्वरी, श्री गवेशी, श्री गविशी, गती वासिनि,
श्री गतिज्ञा, गीता कुशला, धनुजेंद्र निवारिणि, निर्वाणा दत्रजी,
नैरवनी, हेतु युक्ता, गायोत्तरा, पर्वताधिनिवासा, निवशा कुषाला,
सन्यस्सा धर्मा कूषाला, श्री सन्यासी, श्री शरण मुखी, शरद चन्द्र मुखी,
श्री श्यामा हारा, श्री क्षेत्र निवासिनी, वसंत रागा सम्रगा, वसंत वस्नाकृती,
श्री चतुर भुजा, श्री शाद भुजा, श्री दवी भुजा, श्री गौरा विग्रहा,
श्री सहसरस्य, श्री विहाष्य, श्री मुद्रस्या, श्री मुदा दायिनी, श्री प्राण प्रिया,
श्री प्राण रूपा, प्राण रूपनिय पवित्र, श्री कृष्ण प्रीता, श्री कृष्ण रता,
श्री कृष्ण तोशना तत्पर, कृष्ण प्रेम रता, कृष्ण भक्ता, भक्त फला प्रदा,
श्री कृष्ण प्रेमा, श्री प्रेम भक्त, हरि भक्ति प्रदायिनी, चैतन्य रूपा,
चैतन्य प्रिया, चैतन्य रूपानी, श्री उग्र रूपा, श्री शिव करोड़ा, श्री कृष्ण करोदा,
श्री जलोदरी, श्री मनोदरी, श्री चंद्रवली, श्री चंद्र केशी,
श्री चन्द्र प्रेमा तरंगिनि, समुद्र मथनोडभूतअा, समुद्र जल वासिनि,
केशा पाशा रता, श्री निद्रा, श्री क्षुधा, श्री प्रेम तरांगिका, श्री नगरी,,,,,,
संजीव बंसल- संजीव बंसल
19 JAN 2020 AT 8:58