sangita goel   (Sangita Goel)
1.3k Followers · 73 Following

read more
Joined 13 September 2017


read more
Joined 13 September 2017
20 HOURS AGO

जो नसीब में लिखा नहीं वो मिल भी कैसे जाएगा
जो लकीरें तुझसे कह रही उतना ही तो तू पाएगा
कर सब्र कर मेहनत यहाँ और डोर ऊपर छोड़ दे
जो भी मिलना तेरे हक़ का है वो दौड़ा दौड़ा आएगा.

-


20 HOURS AGO

क्यूँ है ख़ामोशियाँ इतनी के सिसकियाँ बोली
है नही नींद आँखों में ये थपकियाँ बोली
सकूं आता नहीं है चाँद और इन तारों को
कोई लेता नहीं खबर भी चिठ्ठियाँ बोली..

-


19 JUN AT 13:44

ज़ख्म देने लगे जब सदा जिंदगी
उम्र भर दर्द रिसता रहा जिंदगी
हमने सोचा बहुत कुछ कहेंगे नहीं
तुझसे रिश्ता ये कैसा बना जिंदगी..

-


18 JUN AT 12:17

बीते दिनों के कुछ कुछ लम्हें याद है
दिखती छिपती सी परछाइयाँ साथ है
इक हँसी के पीछे कितने तुफान रख
कतरा कतरा यादों से आबाद है..

-


16 JUN AT 20:35

कोई नफरत में पलता है कोई नफरत मिटाता है
किसी की सोच जैसी हो उसे वो ही तो भाता है
यहाँ पर है बहुत सारे जख्म दूजे को जो देते
भरी इंसानियत जिसमे वही मरहम लगाता है..

-


16 JUN AT 19:14

किसी को सुनना आता है किसी को कहना आता है
कोई प्रतिशोध लेता है किसी को चुप रहना आता है
ये दुनिया चल रही है अपनी अपनी सोच को पकड़े
कोई डर से हुआ जकड़ा किसी को बहना आता है..

-


16 JUN AT 13:34

कोई याद जब दस्तक देने आती है
कई किस्से पुराने फिर से दिखाती है
वक्त की दौड़ में जब सब पीछे रह जाए
यही तो है जो साथ हमेशा निभाती है...

-


14 JUN AT 21:06

ना कोई शिकवा ना कोई सवाल हुआ
होंठों पर थी चुप्पी फिर भी बवाल हुआ..

वो चला ऐसे कि फिर कहीं दिखा ही नहीं
वो जुदा हुआ कि दिल को भी मलाल हुआ..

क्यूँ अलविदा कहने की जरूरत नहीं समझी
क्यूँ इंतजार इस दिल को सालो साल हुआ..

पानी ही था भर आया था आँखों में
उसके बगैर जीना भी है मुहाल हुआ....

-


10 JUN AT 16:20

घट घट पावन गंगाजल सा
प्रेम लगे मरुथल शीतल सा
कह्ते सभी प्रेम पूजा है
अति अनूठा इक आंचल सा...

नयनो में है काजल जैसा
श्वेत रूप बादल के जैसा
बूंद बूंद ये भरता जाए
प्रेम सुधा के छागल जैसा...

SG

-


9 JUN AT 19:15

गैर कानूनी अतिक्रमण का फैल गया है जाल
दूजे के घर कब्जा करे, करते खूब बवाल

-


Fetching sangita goel Quotes