Sanghajaya Jadhav   (संघजया)
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Joined 25 March 2020


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27 APR 2022 AT 11:34

निस्संदेह भाव

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18 FEB 2022 AT 23:43

मी राजेना
माझ्या ह्रदयात पाहीलं

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16 FEB 2022 AT 10:33

संघर्ष और मुस्कुराहटें
चलती रहें।

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12 FEB 2022 AT 14:26

हमारे बीच कुछ लेन देन नहीं हुआ
शायद मेरी काबिलियत नहीं थी
या आपकी हैसीयत।

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12 FEB 2022 AT 14:00

की कुछ माँग लूँ ऐसा
विश्वास भी तो नहीं दिलवाया उसने!!

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5 FEB 2022 AT 14:00

दोस्त!!
बैचैनी महसूस करूँ कभी,
सर पर हाथ रख देना,
एक सहारा देना पीठ थपथपा कर ।

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23 JAN 2022 AT 8:20

बदलल्या केव्हा जीवन रेषा
उरी उरल्या भ्रमित आशा

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11 JAN 2022 AT 3:27

मला नाही पुसता येणार माझा भुतकाळ
पण वर्तमानाचे धागे-दोरे माझ्याच हातात

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6 JAN 2022 AT 9:09

सत्यता पडताळून पाहू ही ऐपत माझी उरी मुरते
मी मग आभासी जगात बिनदिक्कत स्थिरावते

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4 JAN 2022 AT 18:10

पहाट
सांज वेळ
अपुरे अधुरे
सारेच अनुत्तरीत

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