Sangeeta Agrawal 66  
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Joined 19 October 2020


Joined 19 October 2020
21 MAR 2022 AT 13:11

कान्हा तेरी अदा पर, मारी - मारी जाऊं
मैं तेरी दिवानी, तूझ में समा जाऊं
🙏🙏🙏

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29 JAN 2022 AT 10:34

वक्त का मत पूछो जनाब ?
वक्त के लिए अब वक्त कहाँ है किसी के पास!
वक्त के लिए तरसता, इंसान हर आज |
आखिर कहाँ खो गया वक्त ,नजर आता नहीं आसपास |
हाथों से यूं ही फिसल कर,
ना जाने कब निकल जाता है चुपचाप |
खबर ना होती किसी को ,करता ना बिल्कुल भी आहट |
चलो निकल पड़ते हैं सब,ढूंढने वक्त को एक साथ |
शायद बैठा हो छुप कर ,हम इंसानों से छुटकारा पा |
हौले से आवाज आ रही ,सुनो तो जरा ध्यान लगाकर |
अरे! ये तो वक्त है ,शायद हमें लगा आवाज रहा |
पहुॅंचे जब उसके करीब ,दर्द से रहा था कराह |
इंसानों कर लो कद्र ज़रा ,
कहीं ऐसा ना हो मैं दूर जाऊं चला |
जो ना करेगा कद्र मेरा ,मुझे भी ना होगा फिक्र उसका|
चलेगा जो भी साथ मेरे ,सफलता चूमेगी कदम उसके |
ढूंढना न पड़ेगा इधर-उधर ,संग चलूंगा परछाई बनकर |
वक्त को कौन पाया है रोक,यह तो चलता बिना अवरोध |
जिसने भी इसकी कीमत जानी,खुशियों ने ना उससे ठानी
अतः समझो, करो कद्र वक्त का
वक्त भी देगा साथ तुम्हारा |
दिलाएगा तुम्हारे संग होने का एहसास||
दिलाएगा तुम्हारे संग होने का एहसास||— % &

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14 MAR 2021 AT 19:01

कभी पुराने दिन भी याद कर लिया करो ।
कभी फिर से बचपनें को जी लिया करो ।
बचपन के खेल अनोखे ,लुकाछिपी ,आँख मिचौली ,तो कभी गुड्डे गुड़ियों की शादी ।
इन लम्हों को याद कर कभी ,रुह को खिलखिलाने का मौका दिया करो ।
कभी पुराने दिन भी याद कर लिया करो ।
कभी स्कूल के दिनों को आंखों से देखा करो
लंच से पहले डब्बा खाली करना , टीचर के अनुपस्थिति में उनकी नकल करना ,तो कभी पकडे जाने पर दोनों हाथ उठाकर बेंच में खड़ा होना ।
उन लम्हों को फिर से जी, रुह को ताजगी दिया करो । कभी पुराने दिन भी याद कर लिया करो ।
कभी जवानी के दिनों को ,ढलती उम्र के साथ जोड़कर देखा करो ।
छोटी-छोटी बातों पर सपना संजोना ,हर कही अनकही बातों को सच समझकर ,आशाओं के पंख लगा कर उड़ना ।
उन लम्हों को जी ,रुह को जवाँ किया करो ।
कभी पुराने दिन भी याद कर लिया करो ।
कभी बचपना तो कभी जवानी को महसूस किया करो ।

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5 OCT 2021 AT 8:34

Late but took steps to make my path

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2 OCT 2021 AT 17:26

Sunday
Chhutti

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1 OCT 2021 AT 9:46

किस बात का तुम्हें गम है?
कर दो बयाँ हाले दिल
कर लो गम में मुझे शामिल...

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31 AUG 2021 AT 20:14

वक़्त



वक़्त का महत्व

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31 AUG 2021 AT 20:12

प्यारा सा एहसास
जैसे ,
खिलता गुलाब
जैसे,
कोई अपना खास

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13 AUG 2021 AT 17:49

Fall in well .

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30 JUL 2021 AT 16:46

दिल से उपजी
जानने की आशा...

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