वो, जो, हर रोज़ टूट जाता है,
मेरे बाद उसे समेटता कौन है?-
sandy the शायर 💞
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"शायर" हूं, "शौक" से हूं।
किसी की यादों में दम नहीं कि मुझे शायर बना सके।
अगर अच्छी गजलों या... read more
किसी की यादों में दम नहीं कि मुझे शायर बना सके।
अगर अच्छी गजलों या... read more
Joined 13 March 2020
3 MAY AT 21:02
इन सीधी- सीधी सड़कों पर, मोड क्यों नहीं आते,
कमबख्त तेरे खयाल मेरा दिल तोड़ क्यों नहीं जाते।-
3 MAY AT 21:01
हम उस महफिल की रवायत से शिकवा कर बैठे,
जहां हर कोई कहता था कि वो तुम्हारा अज़ीज़ है।-
3 MAY AT 21:00
इधर हो रहा बेटा, इश्क़ में खाक है,
उधर बाप के सर, कर्जा बीस लाख है।-