वो लड़की पूरी फिल्मी है
मैं लड़का पूरा किताबी हूं
वो बर्फ़ के गोले रंगीन
मैं ठेले पर बिकने वाली कुल्फी
वो रेस्टोरेंट की कैपरचीनो
मैं नुक्कड़ पर मिलने वाली फुल्की
वो सोशल मीडिया की ब्यूटी क्यिन
मैं गीतो गजलों का आदी हूं
वो लड़की पूरी फिल्मी है
मैं लड़का पूरा किताबी हूं
वो बादशाह, हनी की डिजे मिक्स
मैं बारात में बचने वाला गाना
वो फाइव स्टार की मंहगी डिश
मैं MDM में मिलने वाला खाना
ऐश्वर्या, श्रद्धा सी ग्रीन टी लवर
मैं जाॅन गालिब सा शराबी हूँ
वो लड़की पूरी फिल्मी है
मैं लड़का पूरा किताबी हूं
वो OTT की कोरियन ड्रामा
मैं दूरदर्शन समाचार सा
वो पहुंच वाली सुन्दर बाला
मैं फरियादी लाचार सा
वो चंचल चपल बच्चे सी
मैं अदब में थोड़ा नवाबी हूँ
वो लड़की पूरी फिल्मी है
मैं लड़का पूरा किताबी हूं-
उसके लिए नहीं जो आपने समझा है....
चाटुकारों की मौज, हक़दारो के खाली हाथ देखिए अपने मुल्क में
पूंजीपतियों का उजला दिन, आम आवाम की स्याह रात देखिए अपने मुल्क में,
नियत नेक न हो तो बरकत नहीं होती, ये बोलने वाले
विनाश और विकास होते साथ साथ देखिए अपने मुल्क में,
सब भारत की संतानें है और आपस में भाईचारा है
बातें सभी किताबी हैं, छुआछूत, जात-पात देखिए अपने मुल्क में,
कहीं जलता मणिपुर कहीं जवान किसान का द्वन्द्व है
इजराइल, हमास छोड़िए युद्ध से हालात देखिए अपने मुल्क में,
अँग्रेजों की नींद उड़ाई हमने, मुगलों को भी धूल चटाई थी
सीमाओं की रक्षा, हरित, दुग्ध क्रांति दाताओं के जज्बात देखिए अपने मुल्क में,-
सजदे कर-कर के जिसे हमने खुदा बनाया था
खुदा की कसम उसे तो जैसे खुदा ने बनाया था,
नसीहतें देता रहा हमें जो दूर रहने के सोशल ऐप से
मौका लगा तो सबसे पहले अकाउंट् इंस्टा बनाया था,
इतनी अदा तो अदाकार न करे, जितना किया इसने
आवाम भी सोच रही क्या शख्स था हमने क्या बनाया था,
वो इक फरेब की मूरत के सिवा कुछ भी नहीं
सब भक्तों ने मिल कर जिसे खुदा बनाया था,
वो भले ही इसे नाम दोस्ती का देते रहे मगर
किसी ने हर ताल्लुक दिलों जान से निभाया था,
फूल, खुश्बू, परी, जादू ऐसा कुछ भी नहीं यारों
वो महज इक लड़की है उसे मैंने खुदा बनाया था,-
फैन बोले तो और अमृत लेखन
आपके लिए आपके शहर
गोरखपुर में लाएं हैं
UnmuteX Open Mic
जहां है आपके लिए
Singing /Comedy/Mimicry
Poetry/Story telling/
And lots of fun Masti
तो अपनी जगह आज ही सुनिश्चित करें
08739091856
099361 84690
078272 54933-
अगर बन्दी हूँ तो खुद का हूँ, बाकी दुनिया से आजाद हूँ मैं
अपने लिए गैर वाकिफ़ हूँ,औरो के लिए परिजाद हूँ मैं,-
क्या पता बात बस बात करने पर रुकी हो
करके देख लो क्या जाता है बात करने में,
मासूम के साथ-साथ वह कातिल भी है
गुस्सा तुम भूल ही जाओगे उससे बात करने में,
कोई दरिया कोई झरना भला ठहरेगा किस जानिब
आ जाइए अगर समंदर जब बात करने में,
कोई वक्त खाली करता है और कोई खाली वक्त में करता है
बड़ा फर्क होता है वक्त निकालकर और निकले वक्त में बात करने में,
जरूरी कब है कि हर बात लबों से कही जाए
निगाहों से भी काम लिया जाए बात करने में,
न समझो कि वो चाकू दिखाएगा तुम्हें लूटने की खातिर
खुद ही लुटा दोगे इतना माहिर हैं वो बात करने में,-
अपने पेट में भी वो दांत रखता है
उसका सादापन है फकत देखने को,
हर दिन नये चेहरे पर वो हो जाता है फिदा
वो कैश बना फिरता है वो बस देखने को,
वृद्धाआश्रम की चौखट पे खड़े दोनों सोच रहे थे
इतनी मन्नततो से पाया था क्या यही दिन देखने को,
बस इतनी सी मुलाकात रह गई है हमारी
वो मेरा स्टेटस देखते हैं और मैं उनके देखने को,
किले की चारदीवारी में कैद शाहजहां सोच रहा था
लाल किला बनवाया था क्या दिन देखने को,
गलियों में इतना घूमा हूँ कि चक्कर आ गए
कभी गूगल भी राह दिखाता है बस देखने को,
आँगन में चूल्हा फूँकती मां यह सोच रही थी
पहचान कि बहू लाई थी क्या यही दिन देखने को,-
फरेब करके वो, सबको,अपना मुरीद बना लेता है
मैं जो काम नहीं कर पाता अपनी अच्छाई से,
और उसकी एक अदा का कायल तो मैं भी हूं
वो झूठ भी बोलता है तो पूरी सच्चाई से,
वह शुमार है दुनिया के रईसों में,आवाम की दौलत से
कहीं नसीब नहीं होती रोटियां मेहनत की कमाई से,
इस कदर सुकून मिलता है इस तीरगी में
सब कुछ धुंधला नजर आता है चराग की बीनाई से,
ठंडी आग से कोई झुलसा है इस कदर
सलाम करके निकल जाता है इश्क की परछाई से,
कभी एक नाम के नशे से बाहर मैं आ न सका
आज कदम नहीं लड़खड़ाते जाम भरी सुराही से,-
अगर आपकी जिंदगी में ऐसा कोई है,
जो आपकी तारीफ करता है,
आपको स्पेशल फील कराता है,
सम्मान करता है झगड़ता भी है,
और मान भी जाता है,
तो इन्हें संभाल कर रखिए
और यकीन मानिए कि
कायनात ने ऐसे लोगों को
आप को उपहार में दिया है-
यदि किसी के साथ आपके संबंध अच्छे या बहुत अच्छे हैं तो यह दोनों लोगों का दायित्व बनता है,
कि उसे वैसा ही बना कर रखें अन्यथा
कई आंखें इस फिराक में होतीं हैं कि
कब चीजें खराब हो और उन्हें
चटखारे लेने का मौका
मिल सके-