Sandeep Yadav   (संदीप यदुवंशी)
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Joined 12 November 2021


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Joined 12 November 2021
23 APR AT 11:16

कश्मीर में जलाई जा रहीं 'मोमबत्तियों' के भ्रमजाल में ना फंसें बिना स्थानीय 'हाथ' के ना पहलगाम संभव था और ना ही मुर्शिदाबाद ये कटु सत्य स्मृति में ताजा रहे सदा
और एक बात जब तक राष्ट्रपति शासन था,एक भी हमला नही हुआ,जैसे ही अब्दुल्ला मुख्यमंत्री बना,हमले शुरू हुए
हालात ठीक नही थे तब भी सुप्रीम कोर्ट ने कश्मीर में चुनाव करवाने के लिए सरकार को मजबूर किया।
न्यायालय का कार्यपालिका में दखल देना,नागरिकों को भारी पड़ गया।

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23 APR AT 11:08

नाम पूछ के फल खरीदा तो आपराधिक मामला,होटलों के बाहर नाम लिखवाया तो मियालॉर्ड से लेकर जेहादी दल्ले विपक्षि पार्टियां बिलबिला उठे
नाम पूछ कर, नूनी देख कर गोली मार रहे है ! मियालॉर्ड से लेकर जेहादी दल्लों तक सब के सब फुस्स हैं। 😡

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18 APR AT 20:44

जाति जनगणना के समय समर्थन करने वाले आज बंगाल जल रहा है अभी नही पता करना चाहोगे की किस जाति के लोग के घर जलाए गए है।🤫

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14 MAR AT 10:29

जिंदगी में मिला हर शख्स
होली के रंगो जैसा होता है
कोई रंग बदल देता है तो
कोई जिंदगी रंगीन कर देता है,

हे गोविंदा❣
तुम्हारे प्रेम के रंग ओढ़कर ही मैं ख़ुशनुमा हूँ
तुम ही तो हो मुझ मे मैं खुद मे कहाँ हूँ
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ
#हरे_कृष्ण🙏

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10 FEB AT 20:54

#एकांत
स्वयं के साथ एकांत में बैठ कर स्वयं से ही वर्तमान परिस्थितियों पर सवाल करना और उनके जवाब भी स्वयं देना इसमें अलग ही अनुभूति होती है,कभी कभी आंखें एकाएक नम हो जाती हैं,ऐसा क्यों होता है इसका कोई जवाब नही खैर एकांत स्वयं को जानने का एक जरिया है,इस एकांत में भी एक अलग होता सुकून है।
#हरे_कृष्ण🙏

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2 FEB AT 20:53

कभी-कभी हमें खुद को समझ नही आता,आखिर हमारे साथ हो क्या रहा है,सबकुछ ठीक करने के बावजूद भी, कुछ भी ठीक नही हो पाता है,ऐसे मे हम अपनी तकलीफें,किसी को बता भी नही पाते,मन ही मन दुखी होते रहते हैं,और अकेले सहते रहते हैं,फिर आखिर मे सोचते है कोई तो हो जिसके कंधे पर सिर रखकर,हम अपने मन का सारा बोझ हल्का कर सके,तभी हमे एहसास होता है इस भौतिक संसार मे ईश्वर का प्रेम ही सर्वप्रिय है अगर हम ईश्वर से प्रेम करते है तो जो आनंद मिलता है वह संसार के किसी भी व्यक्ति के पास नही है इसलिए जब ईश्वर मे आस्था है तो हर मुश्किलो मे भी रास्ता है।🌾
#हरे_कृष्ण🙏

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31 JAN AT 20:02

यदि कृष्ण चाहते तो महाभारत युध्द में लाखों वीरों की होने वाली मृत्यु टाल सकते थे,उन्हें सिर्फ इतना करना था कि दुर्योधन की हर शर्त स्वीकार कर लेते,हज़ारों लाखों वीरों की मृत्यु के बदले सिर्फ पाँच पांडवों की हार क्या स्वीकार्य नही होती???
लेकिन यह इतना आसान नही था,जितना सुनने मे लगता है,यदि कृष्ण वही सब स्वीकार कर लेते,जो दुर्योधन का हठ था तो वही विधान बन जाता,तब चीरहरण सिर्फ द्रोपदी तक सीमित नहीं रहता,समाज मे यह भी एक विधान की भांति स्वीकार हो जाता।
कृष्ण से तो अक्सर पूछा जाता है कि युद्ध क्यों नही रोका,पाँच गाँव भी देकर दुर्योधन स्वयं भी तो युद्ध टाल टाल सकता था लेकिन जो विवेकहीन और अहंकारी होते है उनकी मति और गति भी विवेकहीन ही होती है।
वसुधैव कुटुम्बकुम का अर्थ यह नही कि फसल के साथ खरपतवार को भी खाद और जल दिया जाए,खरपतवार तो फसल को ही नष्ट कर देगी अतः उसे हटाया जाना ही धर्म है,इसलिए आवश्यकता से अधिक ना तो विनम्र होना है और ना हठी
जो लोग आज अफवाह फैला रहे है याद रखना तुम्हारा अंत भी ऐसा होगा।
#हरे_कृष्ण🙏

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30 NOV 2024 AT 23:59

देखिए ऐसा है कि आप प्रेम मे उपेक्षा या अपेक्षा नही किए जाते लेकिन जिस रिश्ते मे अधिकार ही नही,
उसका मोह करना तकलीफ़ ही देता है,
प्रेम बिना सोचे समझे हो जाता है लेकिन प्रेम विकल्प के रूप में मिले तो वहाँ प्रेम को समेट लेना बेहतर
विकल्प मे मिल रहा प्रेम मोह है और प्रेम मे कभी विकल्प होता ही नही।🍁
#हरे_कृष्ण🙏

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28 NOV 2024 AT 21:47

यादो का क्या है ये बेलगाम घोड़ो की तरह होती है
यू ही बेपरवाह दौड़ा करती है,
जब कोई नही बचता सहारा
ये यादे ही जीने का सहारा होती है,
मैं अक्सर ये भूल जाता हूँ कि तुम अब मेरे जीवन का हिस्सा नही हो
फिर भी ना जाने क्यों तुम्हे आवाज़ देने का मन करता है "तुम से बात करने का मन होता है "बहुत सी बातें बांटने का मन होता है,तुम को घण्टो तक सुनते रहने का मन होता,ए सुनो यार मेरी एक आखिरी इच्छा है मैं चाहता हूँ तमाम उम्र भले हम अलग अलग रास्तों पर चलते रहे हों
लेकिन तुम लौटना आख़िरी बार मिलने के लिए,
गले लगकर विदा देने के लिए,"हमेशा के लिए
खैर जहाँ भी हो खुश रहना तुम|🌾
#हरे_कृष्ण🙏


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20 NOV 2024 AT 0:22

वादों की तरह ये प्रेम भी अधूरा रहा साहब
मुलाकाते आधी रही इंतजार भी अधूरा रहा
इसलिए व्यर्थ ना कीजिए इस उम्र को साहब
धड़कता है दिल तो फिर से प्रेम कीजिए।🍂
#हरे_कृष्ण🙏

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