अश्क और ओस में बस फर्क है इतना,गाल से लुढ़कना है, गुल पर ठहरना है - व्यास संदीप
अश्क और ओस में बस फर्क है इतना,गाल से लुढ़कना है, गुल पर ठहरना है
- व्यास संदीप