"कुछ तो चाहत होगी इन बारिशों की बूंदों की भी"
वरना कौन गिरता है इस "जमीन" पर
"आसमान" तक पहुंचने के बाद..!!-
Sandeep Paniyal
8 Followers · 4 Following
Joined 26 March 2017
28 DEC 2024 AT 23:10
10 SEP 2024 AT 9:27
कभी न सोचे की मेरे बिना
किसी का काम नहीं होगा,
"यह संसार है"
यहां ताश का पत्ता गुम होने पर
लोग "जोकर" को "बादशाह" बना देते है..!!-
9 JAN 2022 AT 9:39
कुछ तो धड़कता है,रूक-रूक कर मेरे सीने में...
अब खुदा ही जाने,तेरी याद है या मेरा दिल।।-
21 DEC 2021 AT 7:58
कुछ देर की ख़ामोशी है, फिर शोर आएगा....
तुम्हारा तो सिर्फ़ वक़्त है, हमारा दौर आयेगा।।
-
27 NOV 2021 AT 20:30
हमारा मकसद जीवन में "सफलता" प्राप्त करना अवश्य होना चाहिए,
परन्तु दूसरों को "असफल" करने का लक्ष्य कभी ना बनाएं।।-
17 NOV 2021 AT 7:45
बारिश की बूंदे भले ही छोटी-छोटी होती हैं...
लेकिन उनका लगातार गिरते रहना...
एक बड़ी नदी का कारण बन जाता है!!-
11 NOV 2021 AT 10:57
3 NOV 2021 AT 20:30
2 NOV 2021 AT 8:14
कौन कहता है कि वक़्त बहुत तेज़ है,
कभी किसी का इंतज़ार तो करके देखो...
-
1 NOV 2021 AT 22:27
ज़िक्र से नहीं, फ़िक्र से पता चलता है...
की इस दुनिया में आपका अपना कौन है।।-