💙Sandeep Kumar Phulwari🖤🎵🎶   (~~Kumar Sandeep~~)
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Joined 20 February 2021


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Joined 20 February 2021

🌹🌹आप सभी को शिव-पार्वती के प्रेम से परिपक्व महाशिवरात्रि की दिल से बहुत-बहुत शुभकामनाएं🫶🫶🙏🙏🌹🌹
🌷🌷आप सभी पर गौरी-शंकर की कृपादृष्टि बनी रहे और आप सदैव खुश रहे.....🥰🥰🤗🤗🌷🌷
💗💗HAPPY MAHASHIVRATRI 💓💓
🪷🪷ॐ नमः शिवाय🪷🪷
🌸🌸जय महाशक्ति 🌸🌸

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हमें पत्ते खेलना नहीं आता लेकिन इतना जरूर पता है कि
🙄🙄🙄🙄
इक्के की बादशाहत तब तक है जब तक
👇👇👇👇
बादशाह उसके सामने झुका है....
👑👑👑👑
लेकिन बादशाह जब पलटवार करता है तो इक्के के भी छक्के छूट जाते है😒😒😒😒

✓✓✓✓जख्मी Attitude✓✓✓✓
😏😏😏😏😏😏

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💙💙चलों धूलंडी में धूल उड़ाएं💙💙
🖤🖤रंग बिरंगे भूत बन जाएं🖤🖤
🧡🧡होली के होले रोज कहां🧡🧡
❤️❤️रंगों के गोले मशगूल जहां❤️❤️
💛💛रंग गुलाल चटकिला होगा💛💛
💚💚हर कोई इससे गीला होगा💚💚
🤍🤍चलों चलाएं रंगों की गोली🤍🤍
💜💜खुशियां मनाओ आई है होली💜💜
❣️❣️💘💘💝💝💖💖💗💗💓💓💞💞💕💕❣️❣️
😍😍🤩🤩🥰🥰😘😘😀😀😉😉😌😌🤗🤗
🌹🌹मेरे सभी मित्र, परिजन, परिवारजन, छोटे-बड़े भाई-बहन और मेरे बड़ों को धूलंडी और होली की प्यारभरी बधाई और शुभकामनाएं🥀🥀
🌺🌺🌺🌺🍁🍁🍁🍁🌸🌸🌸🌸
🌷🌷🌷🌷होली का राम-राम सा 🌷🌷🌷🌷
💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏🤝🤝🤝🤝💐💐💐💐
🌹🌹Happy Holi🌹🌹
🥀🥀Colourfull Holi 🥀🥀

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🌹🌹Happy Holi🌹🌹
💐💐💐💐💐💐💐💐
❤️❤️अंग-अंग में रंग भर दो🔴🔴
🧡🧡देखो होली आई है🟠🟠
💛💛कोरोना है तो क्या हुआ🟡🟡
💚💚अपने संग खुशियां लाई है🟢🟢
💙💙आप हमेशा खिलखिलाते रहे🔵🔵
🖤🖤हम यहीं उम्मीद करते हैं⚫⚫
💜💜चलो छोड़ो सारी चिंताए🟣🟣
🤍🤍आओ मिलकर होली खेलते हैं...⚪⚪
💝💝💝💝💝💝💝💝
🥀🥀आपको और आपके परिवार को रंगों के त्यौहार होली की तहे दिल से बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं🥀🥀
🙏🙏🙏🙏🤝🤝🤝🤝
💝💝Happy Holi💝💝
💖💖Sweet Holi💖💖
💗💗Safe Holi💗💗
💓💓Colourfull Holi💓💓
😍😍🤩🤩🥰🥰😘😘
Once Again Happy Holi
❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️

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फिर क्या...👆👆Continue From
Part 1👉👉
बिना सुर बिना सुरा के
नशीले परवान चढ़ जाते हैं
और कोने में सिसकियां भरते-भरते
शहनाईयों में शिरकत करने पहुंच जाते हैं
कोशिश तो हर करम होती है भूलने की
कभी हम भी भरी महफ़िल में आबाद हुए थे
लेकिन...
हमारी उदर हमें गुमनाम करती गई
और...
वो बेलाओ के मुरीद होते चले गए
और हम जुगनू हुए महक गए महफ़िल में
दास्तां ख़ुद की बयां करते-करते
हम उसी कहानी में गुम हो गए
कोसते हैं क्यूं कुछ क़दम ना बढ़ाए
हां बढ़ा लेते
पर...
मर्जी के खिलाफ मर्जी कैसी
हमारी खुद्दारी हमें इंसान बना जाती हैं
फिर भी मीरां-सी कृष्ण क्यूं ना बने...
💙💙🖤🖤💔💔💖💖❤️❤️

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अब तो आदत सी हो गई है हमें
टूटकर भी टूटने की
लहर आती तो है
बस कुछ लम्हों को महसूस करा जाती है
गुमसुदगी से बाहर लाती तो है
फिर हमें उसी तराने में बहा जाती हैं
किस्मत भी हसती है मेरी हस्ती पे
ठहाके हम भी लगा लेते हैं गीले से
और महसूस कर लेते हैं
फिर हम टूटे नवाब बने हैं
पहल तो हम खुद ही नहीं करते
डरते हैं ग़लत साबित ना हो जाए
और तेरी फितरत पर अपनी रज़ा को
खामोश कर जाते हैं
बेबाक मर्जी को पाने की ज़िद से परे
गुमसुदगी को तरजीह दे जाते हैं
फिर क्या...
💔💔💔💔
Part 2 👉👉 Next

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👉👉🌹🌹जब भी कोई हमारा मित्र या रिश्तेदार परेशानी से गुजर रहा होता है तो हम अकसर उन्हें दिलासा देने और हिम्मत बढ़ाने के लिए कहते हैं 'भरोसा रखों (Trust Me)' सब ठीक हो जाएगा
लेकिन जब हम भी वैसी ही परिस्थिति से गुजर रहे हो तो यहीं बात हम अपने आप से क्यों नहीं कहते
"Trust Me सब ठीक हो जाएगा"
सोचिए आपकी कितनी हिम्मत बढ़ जाएगी
ये बात एक बार अपने आप से कह कर देखिए आपका अपने आप पर कितना विश्वास (Confedence) बढ़ जाएगा
"Tell Yourself when you are in a Trouble TRUST ME"
🤗🤗🤗🤗❤️❤️❣️❣️🤩🤩😍😍
💙💙🖤🖤-:-TRUST ME-:-🧡🧡💛💛
S@ndeep Kumar '07'

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🌹🌹🌹🌹रज़ामंदी🥀🥀🥀🥀

यूं ही नहीं रज़ा-ए-मुरादें बर्खास्त होती है मेरी
मैं उस नोबत के लबेज में सौदे से तौबा होती है मेरी
लेकिन ख़ामोशी फिर खामोश कर देती है मुझे
ऐ कुछ फलक के मुसाफिर रज़ामंदी की कहा तारीफ तुझे
बस लगाम कस दो मुझे
मैं फिर वहीं गलियो से गीला करने निकला हूं
उन्हीं लम्हों से इश्क फरमाने निकला हूं
जहां हर दफा इश्क के परवान चढ़ा हूं
और सीने में दर्द लिए सिसकियां रोया हूं
ऐ तरफ़दार, कहां रज़ामंदी की तारीफ तुझे
बस रोक लो मुझे - बस रोक लो
कहीं मैं फिर पत्थर ना हो जाऊ
मैं फिर वहीं तस्नीफ़ लिए निकला हूं
रज़ामंदी की मुराद में इश्क फरमाने....
❣️❣️🧡🧡🖤🖤💙💙🧡🧡❤️❤️
🥺🥺🥺🥺😭😭😭😭😣😣😣😣
S@ndeep_Kumar_'07'

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बाज़ार इतना गिर गया कि मुर्दों के संग इंसान भी बिकने लगे,

कुछ मज़बूरी में तो कुछ मज़दूरी में
जान हथेली में लिए
तो कुछ आबरू की नुमाइश के लिए,

काश क़िस्मत भी मेहरबान हो जाती
यूं ही बाजार के किसी ठेले पर अपनी कीमत लगाती और एक कीमत पर हम भी झूम लेते
🤞🤞🤞😢😢😥😥

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🌹🌹International Women's Day Special 🌹🌹

🌺🌺🌺🌺🌺🌺नवयुग नारी💐💐💐💐💐💐
👉चेत जाओ अब रूढों वो दौर समां हुआं यह नारी युग है,
👉जो कभी मां-बेटी हुआ करती थी अब वो हौसले का नवयुग है,
👉भूल जा ए-मर्द तू अकेला है इस जग में खूंखार,
👉अब तो विलिक्षित तेज-सी कामिनी ने भरी है हूंकार,
👉जिसे कभी तुच्छ जांघों की रखेल जानता था इंसान,
👉अब तो कदयुग में दामिनी की बुलंदी से कौन है अनजान,
👉वो दौर बसर गया जब पर्दे से देखती थी दुनिया बेचारी,
👉आज चढ़ती हर सीढ़ी न्यारी, अधिप पर अबला क़दम है भारी,
👉अब तो चेत जाओ मूर्खों, यह युग है नारी व्यभिचारी,
👉जो कभी मां-बेटी हुआ करती थी एक औरत, आज है वो नवयुग नारी.......
💐💐💐💐🌷🌷🌷🌷🥀🥀🥀🥀

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