Sandeep Kumar Karsh   (Ajnabee_dil)
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Joined 4 June 2020


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30 JAN 2022 AT 18:15

कुछ अधूरा सा लगता है आजकल,

कुछ टूटा सा लगता है आजकल,

हर मोड़ से गुजर चुके है,

एक आखिरी मोड़ से डर लगता है आजकल!! — % &

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19 JAN 2022 AT 17:11

कहते हैं हर नयी चीज़ एक नया अह्सास देती है,
सायद नया वर्ष समस्याएं भी
नए नए रूप में दे रही है!

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27 NOV 2021 AT 20:07

सायद मेरे शब्द अधूरे है,
तुम खामोशी ही समझ लो!!
❤️

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27 NOV 2021 AT 20:03

ग़र कभी शब्दों से जाहिर ना कर पाउ,
अपने मन की बाते,
तुम आँखों की भाषा से ही समझ लेना!

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13 NOV 2021 AT 20:22

मुझे तेरे दिल की ज़मी पर,
बस एक कोने में रहने की चाहत है,

ना यहां जाना है, ना वहां जाना है,
बस तेरे गोद में सिर रख सोने की चाहत है!!

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6 NOV 2021 AT 20:54

कभी कुछ ज्यादा नहीं चाहा,
बस
हर मोड़ पर साथ देने वाला चाहिए!

Short list of friends but
They are infinity.

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27 OCT 2021 AT 20:12

जिन्होंने हाथ पकड़ चलना सिखाया था,
वही मौन होकर चले गए,
कुछ बोले नहीं पर आँखों से कुछ कहा जरूर
कुछ बोले नहीं पर आँखों से कुछ कहा जरूर,
क्यूँ नहीं समझ पाया आपकी बातें,
क्यूँ ना समझ पाया आपकी बातें
तभी उनकी आंखे आज भी मेरे नजरों के सामने है!
Miss you papa.

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17 OCT 2021 AT 22:08

एक चिंगारी काफी होता है,
पूरी दुनिया जलाने के लिए,
एक मुस्कान काफी होता है,
सारी थकान मिटाने के लिए,
एक प्रयास काफी होता,
मंजिल तक पहुंचने के लिए,
और
एक चुप्पी काफी होता है,
हज़ारों बात कहने के लिए!!!

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10 OCT 2021 AT 19:21

जब वो दूर हुआ,
आँखों से अश्क बेनूर हुआ,
खयाल तब भी यही था,
जब वो अब खुश हैं तो आगे भी होगा,
इस दिल को फिक्र थी उसकी या था कोई ग़म,
पर जो भी था, मानों पूरे दिल से था,
चुपके से वो आँखों से आंखे मिलाती,
इस दिल में अनकही एक शरारत कर जाती,
एक खुशी थी उसके पास रहने की,
जो आज भी ज़िन्दा है मेरी यादों में,
बस अब उसकी हंसी को,
बंद आखों से महसूस करता हूं!

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28 SEP 2021 AT 23:25

मैं मग्न बैठा था,
बस एक तुम हो,
जिस पर मैं उलझा रहा,
तमन्नाओं की चाह पहले भी थी,
पर उनमे पहले तुमको चुना,
सारी दुनिया को एक ओर रख,
दिल के करीब सिर्फ तुमको रखा,
खुशियां भी अधूरी है एक ग़म के बिना,
उसी तरह मैं भी अधूरा एक तेरे बिना,
पांव धीरे धीरे चलने लगे है,
पर अभी साथ चाहिए तेरा उसे,
दुनिया में लोग बेहिसाब है,
पर अभी हाथ चाहिए तेरा उसे.......
आगे और क्या लिखू, तुझ बिन
अधूरे है अल्फाज़ मेरे........!

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