घोड़े सा दिल था ,, मगर था बेलगाम ,, ना दिल दिया उन्होंने ,, ना लिया सलाम # #
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Sandeep Choudhary
(Sandeep Choudhary)
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Jo man mein hai vo likhta hun , jo dil mein hai use shabdo mein utarta hun dimag ka iste... read more
Joined 18 May 2019
29 APR AT 11:31
23 APR AT 20:55
धर्म देखकर हमला हुआ ,, किसी के लिए शोक तो किसी के लिए जुमला हुआ # #
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23 APR AT 20:52
सबके जज़्बात हैं सब की शिकायतें हैं मर्द और औरत की अलग अलग रियायतें # #
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23 APR AT 20:49
बातें बहुत हैं मगर कोई बात नहीं ,, साथ बहुत हैं मगर कोई साथ नहीं # #
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22 APR AT 22:27
सब सहना कुछ ना कहना जिम्मेदार रहना ,,ऐसा क्यूं है रे बापू तू # #
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22 APR AT 13:25
चरित्र पतन से बड़ा कोई गदर नहीं ,, सच्चे इंसान की आजकल कदर नहीं # #
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21 APR AT 23:32
सब ने सुनी सब ने सराही ,, कहानी औरत की ,, ना जानी किसी ने बेबसी मर्द की ,, सिर्फ चर्चा हुई शौरहत की # #
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