Sandeep Chandravanshi   (संदीप)
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Joined 28 November 2017


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17 OCT 2022 AT 23:46

तेरी आवाज आज भी मेरे कानों में गूंजती है,
वो तेरा हर बार का कहना कि "तुम सिर्फ मेरे हो"...

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10 OCT 2022 AT 7:34

जीवन में एक मात्र चीज है जो इंसान को हँसाती है,
तो कभी रुलाती है।।
कभी गिरा भी देती है
तो कभी शिखर पर बिठा देती है
और वो है यादें...

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10 OCT 2022 AT 7:17

यादें बहुत है दिल में किस-किस को सुनाऊ
लोग अक्शर पूछते हैं, और बताओ
बीते लम्हो के बारे में उनको क्या-क्या बताऊँ
सुना बचपन, अल्हड़ जवानी
या गिरने-उठने की कहानी,
आप ही बताओ मैं आपको क्या सुनाऊं।

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23 NOV 2019 AT 7:02

याद है न तुमको अमावस की वो काली रात
जब हमने की थी अंतिम बार बात,
जब तुम्हारा दीदार करने आया था मैं
कोई देख न ले इस डर से टार्च भी तो नहीं लाया था मैं,
पता है ठंड तो कड़ाके की थी,
हमने मिलकर समय तय किया था मिलने का
लेकिन हमेशा लेट पहुचने वाला मैं आज 10 मिनट जल्दी आ गया था,
ताकि रात के अंधेरे में तुम्हे कहीं डर न लगे
लेकिन अफ़सोस... शायद तुम्हारी नींद लग गई थी
या इतनी ठंड में मैं आ भी जाऊंगा इसका तुमको भरोसा नहीं था...
तुमसे मिलने की एहसास भर से मैं कड़ाके की ठंड में भी पसीने से तर-बतर हो गया था,
लेकिन जैसे ही इस बात का एहसास हुआ कि...तुम नहीं आ रही अगले ही पल खून ठंडा सा पड़ गया और अगले दिन
"सुबह तक मैं वैसा का वैसा खड़ा अकड़ कर रह गया"।।

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4 JAN 2022 AT 16:33

जब कहीं मन न लगे, और बेचैनी से जी घबराये,
तो याद कर लेना, मैं तुम्हारी तरह इग्नोर नहीं करूंगा।।
क्योंकि आत्मा को शरीर की जरूरत भले न हो, लेकिन शरीर को आत्मा की जरूरत होती है।

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9 DEC 2021 AT 7:07

किसी की यादों के समंदर से निकल पाना...

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20 JUL 2021 AT 19:54

वो कहती है कि बेपनाह मोहब्बत करती है मुझसे,
मेरी ही कसम खाकर, झूठ बोलती है मुझसे,
कहती है बिना मेरी मर्जी के,
वो खाना भी नहीं खाती है,
मोहब्बत तो इतनी है की ...
कसम मेरी खाती है,
और इश्क़ किसी और से लड़ाती है।

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12 JUN 2021 AT 20:42

मुझे फिर याद करोगी उस दिन
जब तेरे ही बच्चे पूछेंगे तुझसे
मम्मी क्या तुमने किसी से प्यार किया था...?

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9 MAY 2021 AT 13:46

जरूरत बदले ही,
हर रिश्ते और
उसका मतलब भी बदल जाते हैं

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5 MAY 2021 AT 18:51

मैं बैठा रहा उसके इंतजार में
दिल का दरवाजा खोल कर
वो आई और चली गई
मुझे भूल जाओ बोलकर

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