मुझे अपना काटा ही समझ कर अपना लेना
की अगर तुम सच में कोई खिलता गुलाब हो तो…!!!-
शिव सा खोया हैं मैंने सब कुछ,
शायद वर्षो लगे मुझे लौटने में,
हो सके तो तुम पार्वती सा मेरा इंतज़ार करना…!!!-
तू भी तो कभी आसमान में तारा रहा होगा,
वरना यूही कोइ तेरे लिए थोड़ी टूट जाता हैं…!!!-
कुछ नादिया जिस तरह रास्ते में ही सुख जाया करती हैं सागर से मिलने से पहले,
कुछ ऐसा ही हाल हैं ये ग़ालिब हम दो नदियों का…-
दर रोज मुझसे नए तरीके से इश्क़ जाता हैं,
ये कैसा इश्क़ हैं उसका, उसकी बदन से किसी और की ख़ुश्बू आती हैं…!!!
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आज फिर शाम को लोगों ने मेरे मुस्कुराते चेहरे की वजह पुछली,
अब कैसे कहूँ इन्हें कि मैंने सुबह सूरज से पहले उसे देखा हैं…!!!-
अरिजीत के जगह तुम नुसरत के गाने सुनोगी क्या मेरे साथ,
दिलजीत के कॉन्सर्ट की जगह वृंदावन चलोगी क्या मेरा हाथ थाम,
इस मेकअप के दौर में तुम अपने माथे पर बिंदी कानो में झुमका और बालों का जुड़ा बना निकाला करोगी क्या मेरे साथ,
जिस्मों के साथ साथ तुम रूह से भी मोहब्बत करोगी क्या,
मंज़िल का पता नहीं हैं, तुम मेरे साथ सफ़र में चलोगी क्या,
सहरों के महलों को छोड़ पहाड़ों में पड़ी मेरी एक कुठिया की रानी बनोगी क्या,
मुझे थका हारा देख बिन सवाल किए गले से लगा लोगी क्या,
ये कार बाइक छोड़ साइकिल पर बैठ मेरे सैंग बाज़ार करने चलोगी
पिज़्ज़ा बर्गर फ़्रेंच फ़्राइज़ की जगह देशी घी की रोटी संग सरसों के साग खाओगी क्या,
चाँद तारे तो नहीं ला सकता औरों की तरह लेकिन हैं एक चाँद है जिसे तुम रोज़ सीसे में देख सकती हो,
और हाँ अगर मैं ज़िंदगी के इम्तिहान में कही फेल होगाया तो ऐसे पूरी उम्र गुजरोगी क्या…!!!-
कितने महीनों के बाद उसके यादों के बग़ैर एक महीना निकलने वाला ही था,
की हवा ने फिर उसकी खिड़खी खटखटा दी…!!!-
आँखों से कहो कि अभी तुम मेरे हो,
ये लफ़्ज़ो से लोग क़समे खाके भी झूट बोल देते हैं…-