samiksha jain   (Samiksha jain)
725 Followers · 29 Following

read more
Joined 7 January 2019


read more
Joined 7 January 2019
24 MAY 2021 AT 20:48

उसी में बसी मेरे ख़्वाबों की मूरत थी !

-


20 APR 2021 AT 22:38

इक़रार की जग़ह इंकार करने को जी चाहता है ,
पाया ही नहीं जिसे , उसे खोने को जी चाहता है!

-


17 APR 2021 AT 22:52

,
यूँ हमसे रूठकर ना जाया कर ,

ख़ुशी में तो हर कोई रहता है साथ मेरे ,
दर्द आँखों से ना बहे तू साथ निभाया कर !




-


17 APR 2021 AT 0:12

तेरा वो वक़्त जो मेरा हुआ करता था ,
तेरा वो प्यार जिस पर सिर्फ मेरा हक़ था !

-


16 APR 2021 AT 23:57

जितनी थी खुशियाँ सब मिल गई हैं ,
बस एक तुम हो जो मिलते नहीं !

साया भी तेरा है दूर हमसे ,
हम हैं जो तेरे बिन चलते भी नहीं !



-


15 APR 2021 AT 22:49

जिसे देख
उम्मीद का दीपक जलता है ,
बंद पड़ी इस ज़ुबां का ताला
इक तेरे सामने ही खुलता है ,
मेरे डगमगाते हौसले में उड़ान
बस तू ही तो भरता है ...!



-


14 APR 2021 AT 0:09

अर्ज किया है

जिसे चाहा ,उसी ने अनचाहा कर दिया -2
दिमाग़ के खेल ने ,आज फिर मनचाहा कर दिया!

-


13 APR 2021 AT 23:08

उन सपनों को जो मिलकर बुने थे हमने ?

-


12 APR 2021 AT 10:16

तुम नीर से चंचल हो, मैं शीतल हवा सी ,
तेरा मेरा साथ मुक़म्मल हो, मैं माँगूं यही दुआ सी ...!

-


11 APR 2021 AT 13:24

तेरी किसी बात का बुरा लगे ,
दरमियान ऐसा इश्क़ रहा ही नहीं !

-


Fetching samiksha jain Quotes