ऐ मोहब्बत तेरा होना भी कमाल है तेरा होना ऐसा जैसे चर्खी-झूले पर बैठना ऊपर जाना ऐसा जैसे खुशी का अम्बर पा जाना और वो नीचे गिरने से क्षण भर पहले जैसे धक्क से लग जाना,कमाल है ऐ मोहब्बत तेरा होना कमाल है। Ferris Wheel - चर्खी-झूला
किनारा, भी कमबख़्त इस बात पर कि हमने उन्हें समझा नहीं कभी इतनी महँगी क़ीमत चुकाई है इश्क़ में, अब तुम ही बताओ यार आख़िर कुछ तो समझाओ यार चलो दूर जाना है,चले जाओ यार, अच्छा है पर हमें अपना तो बताते जाओ यार।
एक कोरे कागज़ पर आकृति बनाई ग़लती बस इतनी हो गई कि पेन्सिल की जगह कलम का उपयोग हो गया और अब उस रबड़ की तलाश में हूँ जिसका मिलना मुमकिन नहीं है मिल जाए तो कुछ अंश शायद मिटा पाऊँ।
दुःख भी बड़ा अजीब है ये सिर्फ ग़रीबों की झुग्गियों में ही नहीं बल्कि अमीरों के मकानों में भी मिल जाता है वो भी महज़ 12-13 साल के बच्ची के रूप में, जिससे ये तथाकथित अमीर उम्मीद करते हैं कि वो एक 42-43 साल की महिला की तरह व्यवहार और कार्य करे। समझना मुश्किल है ग़लती उस बच्ची के किस्मत की है या फ़िर उन मानव रूपी जानवरों के बुद्धि की या कुछ रुपयों की। क्योंकि 12 साल के एक बच्ची के कर्म की बात तो की नही जा सकती।