samayra bansal   (@Sam bansal✍️)
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Joined 20 May 2020


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Joined 20 May 2020
28 JAN 2022 AT 8:37

थोड़ी सी नासमझ थोड़ी सी समझदार हो
तुम जैसी भी हो मेरी बहन कमाल हो
कभी लड़ती हो तो कभी झगड़ती हो
झूठ कहु तुम बवाल हो
बहुत कुछ कहते कहते रह जाती हो
भावनाओं में बहुत जल्दी बह जाती हो
जब जब जानने की कोशिश करती हूँ तुम्हे
तब तब पता चलता है
तुम तो चटपटी सी हाजमोला की दुकान हो
रिश्ता बहन का किरदार माँ का निभाती हो
कभी बचपना तो कभी बडप्पन दिखाती हो
सच कहूं बहन तुम महान हो





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26 JAN 2022 AT 23:21

हमेशा एक सा नही रहता
ये सोचकर मुस्कुरा दिया करो
आज नही कल मन्जिल मिल जाएगी
ये उम्मीद खुद को थमा दिया करो

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24 JAN 2022 AT 19:16

जिन्दगी की इस भाग दौड़ में
अपने कुछ अरमानों को लेकर
तुम्हारे साथ चलना चाहती हूँ
मेघ की गरज पर
तुम्हारा हाथ थामकर
थिरकना चाहती हूँ
टप टप बरसती
बूंदों का शोर
तुम्हारे सीने लगकर
सुनना चाहती हूँ
बेमौसम बरसती बारिश में
तुम्हारी आँखों मे आँखे डालकर
भीगना चाहती हूँ
कुछ यूं
मैं भी इश्क करके
राँझे की हीर
बनना चाहती हूँ

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21 JAN 2022 AT 14:38

💕💕

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21 JAN 2022 AT 14:01

मत पूछो तलाश किस चीज की है
मम्मी पापा की आखों में
खुशी के आशु देख सकू
इस चीज की है,,,,,,

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16 JAN 2022 AT 8:02

वक़्त अगर ठहर पाता
तो कब का थाम लेती
बैठकर ख्वाहिशो के आगे
जिन्दगी को और गहराई से जी लेती

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13 JAN 2022 AT 23:07

गुजरे हुए साल से शिकायत नही
आने वाले साल से उम्मीद रखती हु
मैं झल्ली सी लड़की पुरानी अलमारी में
न जाने कितनी रंग बिरंगी खुवाहिशे रखती हूं

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12 JAN 2022 AT 9:47

तुम्हारी ये बेरंग सी जिन्दगी मुझे अच्छी नही लगती
तू इसे इन्द्रधनुष के रंगों से रंगती कयू नही

तुम्हारी ये सुनी कलाई अन्धेरी रात सी लगती है
तुम चाँद तारो की चूड़ी बना कर पहनती क्यू नही

तुम्हारी ये जिन्दगी बंजर जमीन सी लगती है
तुम इसे नयी ख्वाहिशो से उपजाऊ बनाती क्यू नही

जिसे जाना था वो चला गया गुजरे हुए लम्हे की तरह
तुम आने वाले कल का खयाल करके मुस्कुराती क्यू नही

ये जिन्दगी तुम्हारी है
तुम इसे अपने अंदाज में जीती क्यू नही

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11 JAN 2022 AT 9:00

हमारा इश्क जनवरी की ये मीठी सी धूप
मैं पार्वती का और तू भोले का सा रूप,,,,,,,

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3 JAN 2022 AT 10:42

बिखर जाते जज्बात कागज पर
हर गम की मुह दिखाई नही होती

दम तोड़ देती उम्मीद दहलीज पर
हर परिंदे की रिहाई नही होती

वादों से अपने भी पलटते है
मगर उनकी बुराई नही होती

इश्क के जख्म गहरे है सीने पर
हकीम ने कहा इनकी दवाई नही होती


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