वो जो मुझमे कुछ अधूरा है,वो तेरे संग ही तो पूरा है। -
वो जो मुझमे कुछ अधूरा है,वो तेरे संग ही तो पूरा है।
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कल फिर उसे ख्वाबों में देखा,खुदसे दूर, ग़ैर की बाहों में देखा,आखिर कब तक चुप रहूँ, हकीकत ही नहीं,ख़्वाब में भी उसे बेवफा होते देखा। -
कल फिर उसे ख्वाबों में देखा,खुदसे दूर, ग़ैर की बाहों में देखा,आखिर कब तक चुप रहूँ, हकीकत ही नहीं,ख़्वाब में भी उसे बेवफा होते देखा।
हूँ मंज़िल से बेख़बर, ना जाने कहाँ ले जा रही है डगर । -
हूँ मंज़िल से बेख़बर, ना जाने कहाँ ले जा रही है डगर ।
Strange, how we let people break the same heart twice !! -
Strange, how we let people break the same heart twice !!
Don't let the winter's wounds spoil the summer's joy. -
Don't let the winter's wounds spoil the summer's joy.
You keep all the days, let the nights be mine. -
You keep all the days, let the nights be mine.
Running from the truth by believing all the lies,Rebirthing every morning, every night she dies. -
Running from the truth by believing all the lies,Rebirthing every morning, every night she dies.
वो जो यूँ होंठ सी कर बैठी है,ना जाने कितने दर्द पी कर बैठी है। -
वो जो यूँ होंठ सी कर बैठी है,ना जाने कितने दर्द पी कर बैठी है।
ज़िन्दगी के सफर में कई रिश्ते टूट गए,ज़रा ज़रा सी बातों पर कई अपने रूठ गए,मनाते रहे हर किसीको हम, जब थक हार कर खामोश हुए सफर में अकेले छूट गए। -
ज़िन्दगी के सफर में कई रिश्ते टूट गए,ज़रा ज़रा सी बातों पर कई अपने रूठ गए,मनाते रहे हर किसीको हम, जब थक हार कर खामोश हुए सफर में अकेले छूट गए।
शाखा से एक पत्ता ही तो झड़ा है,कल तक जो अपना था आज पराया बन खड़ा है,आदत है लोगों की आज़मा कर छोड़ जाने की,ऐ दिल क्यों तू उनके लौट आने की ज़िद पर अड़ा है। -
शाखा से एक पत्ता ही तो झड़ा है,कल तक जो अपना था आज पराया बन खड़ा है,आदत है लोगों की आज़मा कर छोड़ जाने की,ऐ दिल क्यों तू उनके लौट आने की ज़िद पर अड़ा है।