बोल❤
बोलो का तोल कुछ इस प्रकार होता है,
बोल अच्छे हो तो सामने वाले शख्श को मोहया जा सकता है,
और बुरे हो तो किसी को भी खोया जा सकता है-
जरूरत सी लगती है तेरी,
बहुत राह देखी है तेरी।
अब तो मिल जा ए-हमसफर,
दुखो का बन के हमदर्द।
इन भटकी हुई राहों मे,
अंजान ही बन के आ मिल।
कब तक यूँ रहु मैं,
हकीकत मे न सही ख़ाबों मे ही आ मिल।-
जिसे हर गम बांटने की तम्मना थी,
उसने हाल भी ना पूछा हुई मुलाकातो मे भी।
जिससे दिल के जज़्बात जुड़े थे,
साथ न था वो बुरे हालातो मे भी।
जिसे ज़िन्दगी बनाने की तम्मना थी,
आया न वो ख़ाबों मे भी।-
किसी से प्यार होना जरूरी है, मुकम्मल होना क़िस्मत है।
रूठे को मनाना जरूरी है, उसका मान जाना क़िस्मत है।
समय देना जरूरी है, बात होना क़िस्मत है।
अपनी हर कोशीश करना जरूरी है, फल पाना क़िस्मत है।-
जिन रास्तो मे थे साथ हम अब उन रास्तो मे मैं अकेली हु,
खुशी के लम्हो मे भी तुम्हे याद कर उदासी से गिरी हु,
सुलझी हुई भी मैं तेरी यादों मे उलझ जाती हु,
लफ्जो के होते हुए भी खामोश हो जाती हु,
सुकून मे भी मैं बेचैनी पाती हु,
प्यार के होते हुए मै खालीपन मे रह जाती हु,
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बीते साल को भूल नया साल मनायेंगे,सभी गमो को भूल कर जशन मनायेंगे,
सबसे प्यार भरी दोस्ती निभायेंगे,दुश्मनी का नामों निशा मिटायेंगे,
असफल जीवन को सफल बनाएंगे,अपनी किस्मत हम खुद बनाएंगे,
बुरे पलो को भूल नए खुशी के पल बनाएंगे,इस नये साल अपनी मंज़िल तक पहुँच जायेंगे,
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ਖੁਦ ਨੂੰ ਉਸ ਦਾ ਰੱਬ ਮਨੀ ਬੈਠੀ ਸੀ,
ਇਹ ਖਾਬ ਮੇਰਾ ਚੁਰੋ ਚੁਰ ਹੋ ਗਿਆ,
ਕਿਸਮਤ ਤਾਂ ਦੇਖੋ ਇੰਨੀ ਮਾੜੀ ਮੇਰੀ,
ਮੇਰਾ ਰੱਬ ਹੀ ਮੈਥੋਂ ਦੂਰ ਹੋ ਗਿਆ,-
ये बिता साल बहुत कुछ सिखा गया,
गेरो को अपना और अपनो को गेर बना गया,
जो दूर थे नज़रों से उन्हें दिल मे बसा गया,
जो खाब पूरे न हुए उन्हें ज़िन्दगी का मुकाम बना गया,
कुछ रुतबा और थोड़ा नाम बना गया,
कुछ लोगो की ज़िन्दगी मे जान डाल गया,
तो कुछ लोगो की ज़िन्दगी को बेजान बना गया,-
दोस्ती की पहचान सही मायनों मे,
बुरे वक़्त मे की जाती है।
अच्छे वक़्त मे तो अंजानो मे भी,
खुशी बाँट ली जाती है।-
सपनो मे एक सपना टूट गया।
इन सुनी राहों मे कोई अपना छुट गया।
जिस से कहनी थी दिल की बात।
वो शख्श ही हम से रूठ गया।
असल जिंदगी मे वो बेशहक साथ न था।
पर क़िस्मत तो देखो हमारी।
सपनो मे भी वो हमसे कहीं पीछे छुट गया।
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