जो मेरे बिना ही खुश रह सकता है,
उसे क्यों परेशान करना…….-
साथ तो कभी ज़िन्दगी भी नहीं देती है
फिर हम शिकायतें सिर्फ लोगों से ही क्यों करते हैं।।-
बहते हैं आंसू तो बहने दो अब इनको
सब कुछ दिल में छुपाया नहीं जा सकता।।।-
अक्सर जो दिल के साफ होते हैं
वे कुछ लोगों के ही ख़ास होते हैं।।।-
ज़िन्दगी के कई फैसले हमारे हाथ में नहीं होते,
लेकिन उन फैसलों को हमें कैसे निभाना है,
ये निर्णय सिर्फ हमारा होता है..!!!-
भर रखा था ख्वाहिशों का कमरा
बस हर जरूरतों की खिड़की को बन्द करते गये...।।-
प्रेम सदैव दूसरे को समझने का प्रयत्न करता है
और अहंकार सदैव परखता रहता है..।।।-
इन शोरगुल से कहीं दूर
एक शांत दरिया होना चाहती हूं,
जिसमें कोई रिवाज न हो
ऐसी ज़िन्दगी बनना चाहती हूं,
बिन मंजिल का
एक रास्ता होना चाहती हूं,
जिसका कोई सफर न हो
वो ख़्वाब होना चाहती हूं,
आसमान से बरसती बूंदों में
खुद को छिपाना चाहती हूं,
वर्षों से समेटे दर्द को
अब बिखेरना चाहती हूं...।।।-
सुना है बहुत महंगी हो चली है तू
"ऐ जिन्दगी"
खुद पर गुरूर तो बहुत करती होगी न..।।।-