Sakshi Tak  
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Joined 27 May 2019


Joined 27 May 2019
2 DEC 2021 AT 12:48

तुमसे मुलाक़ात भी एक अजीब दास्तां है..!
कुछ गलती मेरी
कुछ इक्तफाक से हमारा वास्ता हैं ,
वो सर्द रातें, वो तुम्हारी बातें
वो बिताए जो घंटे आठ, एक दूजे के साथ..
तो दिल में एक ख़्याल आया..!
की क्यों ना तुमपे कोई सवाल आया ?
क्या कोई पिछले जनम का नाता हैं ..,
क्योंकी इतना जल्दी कोई कहां रास आता हैं !!
ना जाने ये सफ़र कितना लंबा था
पर जो शुरू किया, तो साथ तो चलना था ,
माना की मंजिले अलग थी हमारी ,
पर साथ हम मुसाफ़िर तो बन सकते थे ..!
ना एक कदम आगे, ना एक कदम पीछे
हम साथ भी तो चल सकते थे ..!
फ़िर ख़्याल ने तोड़ी चुप्पी,
दोस्ती ने थामा अपना हाथ,
जहां ना कोई सवाल था
ना किसी जवाब की गुंजाइश ..!!
~Sakshi Tak

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31 OCT 2021 AT 9:49

छुड़ा ना पाई मैं इस आदत को
मैं इसमें डूबती चली गई
नशे की लत में
मैं ख़ुद को लूटती चली गई
~Sakshi Tak

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26 AUG 2021 AT 10:36

कब तलक इन ऊंचाइयों से बेखबर रहूं
आज ऊंची उड़ान भर लेने दो...
मत बांधो मुझे ज़माने की बन्दिशों से
मुझे आज़ाद रहने दो ।।

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11 JUL 2021 AT 20:45

ऐ मन....!
है कहा तू, अब तेरा पता दे
या खो गया कही, बस इतना बता दें..

विचलित है कही, या खफा है खुद से
नज़दीक है किसी के, या जुदा है खुद से..

दिल और दिमाग के बीच फसा है क्या !
किसी सवाल ने तुझको गेरा है क्या !

चुप क्यों हैं तू, कुछ तो बता
सही और ग़लत के, मायने भी समझा..

और..
सच बोलता है गर, तो तुझको सताता क्या है !
और झूठ बोलता है, तो सबको बताता क्या है !

ख़ुश हैं बहुत, या कही उदास तो नहीं है !
ये सब भी सच है या,
कही तेरा वहम तो नहीं है..

ऐ मन..
है कहा तू, अब तेरा पता दे
या खो गया कही, बस इतना बता दें..!!
~Sakshi Tak

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30 JUN 2021 AT 19:04

दूर रहा करो तुम
मेरे करीब ना आया करो ।
नफ़रत करना चाहता हूं तुमसे
इस कदर प्यार तो ना बढ़ाया करो ।।
~Sakshi Tak

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30 JUN 2021 AT 15:29

ख़्वाबों की दुनियां से एक ख़्वाब लिए बैठी हूं !
कुछ लिख रही हूं , कुछ सोच रही हूं !!
खो गई हूं कहीं, किसी जुगनू की तलाश में
पर समझ नहीं आता..
अब जुगनू अंधेरों में चमकते नहीं !
या बस मुझे ही दिखाई नहीं देते ?
लगता है जैसे सबकुछ छूट सा गया हो
खुली आंखों से देखे सपने
बिखर रहे थे,
अब माला में उन्हें फिर से पिरो रही हूं
सालों से जिसके पीछे भाग रही थी
अब वो छूट रहा था!
मैं खो गई थी
और मेरा साया भी मुझे ही ढूंढ़ रहा था,
अब किसी सवाल का कोई जवाब नहीं था
बस यही एक सवाल था!!
~Sakshi Tak

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30 JUN 2021 AT 14:10

नज़रे तो चुराई थी हमने
पर आंख में आंसू थे ।
कहा तो कुछ नहीं
पर कहना तो बहुत कुछ चाहते थे ।।
~Sakshi Tak

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22 JUN 2021 AT 23:59

फ़र्क पड़ता था तुमसे
इसलिए नाराज़ रहते थे,
अब मतलब नहीं रहा
और नाराज़गी भी !!

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23 MAY 2021 AT 13:55

बेवजह हंसा नहीं जाता..!!

हर वक़्त खुश रहना, जरूरी है क्या !
परेशान रहता हूं आजकल, फिर भी,"ठीक हूं" कहना ज़रूरी है क्या !
रात में रो कर, दिन में हंसना जरूरी है क्या !
हर दर्द को अपने अंदर छिपाना जरूरी है क्या
और अगर गलती से किसी के सामने आसुं निकल आए,
तो मुझे कमज़ोर तो नहीं समझोगे ना !
अब और ये दर्द हमसे, छुपाया नहीं जाता
खुद से झूठ बोल सामने वाले को अब हसाया नहीं जाता..
अब और ये नाटक नहीं करा जाता यार
छुप छुप कर अब नहीं रोया जाता ।
अब आसुओं को मैं अपने, रोक नहीं पाता
दूसरों को तो समझा भी देता हूं
पर खुद को कैसे समझाऊं !
अंदर ही अंदर क्या चलता है
अब ये कैसे बताऊं !
किसी को परेशान भी नहीं करना चाहता,
पर अब मैं थक गया हूं यार
रोज़ गुट गुट कर अब नहीं जिया जाता,
अब खुद से और झूठ नहीं बोला जाता,
अब बेवजह हंसा नहीं जाता ..!!
~Sakshi Tak





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21 MAY 2021 AT 22:29

जाने के लिए शुक्रिया...!!

अब दूसरी तरफ से कोई कॉल नहीं आता
और गलती से अब हमारा मैसेज भी नहीं जाता,
उन्हें अब हमारी याद नहीं आती
हमें भी अब इंतज़ार नहीं सताता ।।
कॉन्टेक्ट लिस्ट में उनका नंबर आज भी हैं
पर अब उनकी dp को ज़ूम करके नहीं देखा जाता,
अब उनकी पसंद का रंग छोड़, सारे रंग हमपे ख़ूब जचते हैं
क्योंकि अब हम खुद के लिए ही संवरते सजते हैं ।।
अब दोस्तों से भी कई बातें होती हैं, जिन्हें पहले वक़्त नहीं दे पाते थे,
जिसके लिए अपनो को छोड़ा था, अब उन्हें भी याद कर लेते थे।।
अब दिन की शुरुआत मॉर्निंग टेक्स्ट से तो नहीं होती,
पर अब सुबह, पहले से अच्छी होती हैं,
सालों पुराने दोस्तों से भी अब मुलाकातें होती हैं।।
कहने को तो उनके दिए तोहफ़े आज भी रखे हैं,
पर अब वो उनकी याद नहीं दिलाते,
और अब किसी ओर को फ्रेंड ज़ोन करने में हम भी नहीं कतराते।।
उनसे ज्यादा वक़्त अब हम अपने आप को देते हैं,
किसी और से ज्यादा अब हम खुद के लिए जीते हैं,
उन्हें कभी किसी चीज़ के लिए थैंक यू तो नहीं बोल पाए,
पर आज कहते हैं..
जाने के लिए शुक्रिया !!
~Sakshi Tak








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