तुम्हें भी धन्यवाद ,
मेरे Happy women's day का
man बनने के लिए,
मेरे साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए,
अपने हाथ की लाजवाब डिश बनाने से ले कर
किचन में हाथ बटाने तक के लिए ,
मुझे एक बच्ची ही बने रहने देने के लिए ,
सारी कमियों और गलतफहमियों से इतर
एक सच्चा दोस्त बनने के लिए।
धन्यवाद मेरे हमसफ़र!-
उसे कहा थी परवाह
हर दिन मेरा दिल कितना रोया
फिर भी वो हर बार बेफिकर ही सोया ।
कभी मेरी बातों को
कभी सोच को गलत बता
वो अपने में ही खोया ,
न गम में पास आया न खुशी में,
खुद में मगन हो वो खुद में ही खोया।
हां हर बार वो मुझे रोता छोड़ मेरे बगल में ही सोया।-
सुनो, हां अब मैं तुमसे बातें छुपाने लगी हूं
चिल्लाने से बेहतर
खामोशी को गले लगाने लगी हूं
तुम क्या जानों क्यूं शांत हुई मैं,
अब खुद में ही खुद खो जाने लगी हूं ।
सुनो , कि तुम्हें सुनना क्या है
जो मैने कहा ही नहीं वो कहा क्या है
जो मैंने कहा वो तुमने सुना कहा है
कि जो तुम छूते मुझे तो जानते खता कहां हैं
कि इन नम आंखों की वजह क्या है ।
हां अब मैं तुमसे कतराने लगी हूं
कि हां,
अब मैं खुद को खुद ही समझाने लगी हूं ।
तुम अपनी ही धुन में रहे मगन ,
कभी जाना ही नहीं की हुआ क्या है।
हां अब मैं तुमसे बातें छुपाने लगी हूं
कि हां अब मैं तुमसे दूर जाने लगी हूं ।-
तुझे कभी खुद की मजबूरी नहीं बनने दूंगी ,
तू मेरे लिए जरूरी है
ऐसे कभी स्टोरी नहीं बने दूंगी ।
हां है तू मेरा सोना बाबू
पर तेरे लिए भागती फिरूं
ऐसी तुझे कस्तूरी नहीं बने दूंगी ।-
सुनो मुझे तुमसे कोई चांद सितारों का वादा नहीं चाहिए
न ही कोई हीरा आधा चाहिए
हां मेरे हाथ में तुम्हारा हाथ चाहिए
हमेशा साथ चलने की बात चाहिए
और हां
जब गुस्सा कर देना और मन हो मुझे मानने का
तो महकते फूलों का गजरा ले आना ।
थोड़ा ज्यादा प्यार आए तो एक चाय बना साथ बैठ जाना ।
जब कुछ लग अच्छा जाए तो थोड़ा प्यार जता जाना ।
थोड़ी सी तारीफ़ कर मुझे देख मुस्कुरा जाना ।
सुनो
कीमती नही पर प्यार से लाए तोहफ़े मुझे भी पसन्द हैं
कभी ख्याल आए मेरा तो मेरे लिए कुछ लेते आना ।
वो भी न हो सके तो
कुछ पल मेरे साथ हाथों में ले के मेरा हाथ बैठ जाना ।
कुछ मेरी सुन कुछ अपनी सुनाना ।
बस थोड़ा प्यार जता जाना ।
-
सुनो ,
तुम अपने चेहरे पर वो मुस्कान बनाए रखना ,
जो हसाता है हर बात पे वो इंसान सजाए रखना।
इस नए साल में सबके साथ खुद के लिए भी समय रखना ,
सबकी खुशी में खुद की भी खुशी बचाए रखना ।
सुनो ना ,
अब से सबके साथ खुद का भी ख्याल रखना,
सबके साथ खुद को भी हसाए रखना ।
कभी कम मत आंकना खुद को ,
खुद की नज़रों में खुद को उठाए रखना ।
और हां ,
मान - सम्मान और गुमान हो तुम मेरा ,
जहां गलत हूं मैं मुझे बताए रखना ।
कदम से कदम मिला हर मंज़िल पायेंगे
बस तुम विश्वास बनाए रखना ।
-
सुनो ,
वो पांचवी की कक्षा बदलने पर
जो तुम मेरे साथ बैग और जूती ले के भागी थी।
वो जो बात - बात पे
मैं तुम्हें लड्डू और मोटी कहके बुलाती थी ।
वो जो हम तालाब के किनारे से जाते थे ,
साइकल आने पे जो रेस लगाते थे ।
तुम्हारी टिफिन के वो सारे आचार मैं खाती थी ।
मेरे न जाने पे जो तुम्हारे स्कूल की छुट्टियां हो जाती थी ।
वो जो हमने साथ स्कूल छोड़ा था ।
शुभतोष आचार्य जी से लेकर
वसुधा मैम तक सबसे नाता जोड़ा था ।
सुनो ,
आने वाले साल की वो 17 जुलाई से हमें मिले 17 साल हो जायेंगे ।
खट्टी मीठी यादों संग आगे भी हम दोस्ती निभाएंगे।
की हैं कुछ तकरार भरी बातें कुछ हमने कुछ तुमने ।
एक दूसरे की गलती भुला हम आगे बढ़ जायेंगे ।-
एक दिन मैं समेट कर चल दूँगी
अपनी रंग बिरंगी साड़ियां
सब सहेजे गए चुन-चुन कर लिए दुपट्टे
अच्छे बुरे वक्त की लिखी डायरियाँ
वो रंगीन चूड़ियां
मन को बहलाने के लिए बनाई पेंटिंग
वाटर, ऑयल, एक्रेलिक और कपड़ों पर किए जाने वाले कलर
वो यादों के फ्रेम, बीस तरह की ब्रश
रंग-बिरंगे धागे और घुंघरू वाली लटकन
दुनिया भर के नेलपेंट और लिपस्टिक से भरे डिब्बे
शीशे पर चिपकी हुई बिंदिया |
समेट कर चल दूंगी तुम्हारे साथ की वो सारी यादें
अपनी हथेली में उठा कर चल पडूंगी सारी धरती
अपने ही सिर पर टोकनी के ज्यों
अब बोलो क्या बचेगा तुम्हारा
चार जोड़ी कपड़ों के सिवा उस कमरे में ?-
जानती हूँ मेरे भूखे रहने से
तुम्हारी उम्र नहीं बढ़ेगी
पर अच्छा लगता है
तुम्हारी लंबी उमर के लिए दुआ करना ।
चाँद का इंतजार बेक़रार करता है मगर
अच्छा लगता है तुम्हारे हाथ में मेरा हाथ कि
अच्छा लगता है पहले चंदा बाद तुम्हें देखना
छलनी के पीछे तुम्हारा यूँ मुस्करा के मुझे छेड़ना ।
जानती हूं मेरे अर्पित जल से
चाँद को कोई सरोकार नहीं ।
नहीं बुझेगी उसकी प्यास
पर अच्छा लगता है
तुम्हारे हाथ में वो मेरे लिए नीर का ग्लास ।
जानती हूँ मेरे भूखे रहने से
तुम्हारी उम्र नहीं बढ़ेगी पर
अच्छा लगता है तुम्हारा वो साथ।-
ये वक्त भी गुज़र जायेगा !
कोई साथ हो या न हो
आपका आत्मविश्वास
आपको जीत दिलाएगा ,
ये वक्त भी गुज़र जायेगा ।
हो न परेशान इन छोटी - छोटी बातों से
जिंदगी में हर वक्त एक नया मोड़ आएगा
ये वक्त भी गुज़र जायेगा ।
करो हिम्मत डटे रहो ,
इन पलों से नया कुछ सीखते रहो,
नहीं आया हाथ कुछ तो अनुभव आएगा
ये वक्त भी गुज़र जायेगा ।
ख़ुद को पाओ राह अकेला
ख़ुद के साथी बन जाओ
न अपना न पराया
कोई साथ नहीं आएगा
ये वक्त भी गुज़र जायेगा ।
ख़ुद का ख़ुद तुम हाथ बढ़ाओ ,
अंधेरी राह में चलते जाओ
एक दिन वो सूरज जरूर नज़र आएगा
ये वक्त भी गुज़र जायेगा ।
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