Sakshi Singh  
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Words express me better than my expressions.
Joined 14 May 2019


Words express me better than my expressions.
Joined 14 May 2019
13 JUN AT 23:15

I just want to love without hate
I just want to be me without being afraid
I just want to laugh without being labelled loud
I just want to be soft without being stout
I just want to breathe without heaviness
I just want to feel without emptiness
I just want to belong without being excluded
I just want to talk without being unheard
I just want to live without being judged.

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24 JAN AT 11:22

गलत तुम तब तक नही
जब तक किसी को पता नही।

अगर पता चल जाए
तो पूरी दुनिया बदनाम हो जाएगी।

ये दुनिया है जनाब
अगर पकड़े न जाओ तो तुम अपराधी नही
और गर पकड़े गए तो इससे बड़ा अपराध नही।


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24 JAN AT 10:15

जानती तो ये दुनिया सबको है
पर समझती किसी को नही।

कही हुई बाते सुन तो लेती है दुनिया
पर झाँक कर मन मे देखती नही।

देख लेती तो जान जाती
बातें आँखो से होती है ज़ुबान से नही।

पर ये बातें सब कर नही पाते
क्योंकि दुनिया जानती तो सबको है
पर समझती किसी को नही।।

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11 JUL 2024 AT 21:55

अब जब हमने छोड़ दिया है करना
तो छूट गए है रिश्ते सारे
बहाने के इंतज़ार मे बैठी थी दुनिया
मेरे बुरे वक्त मे मिल गए सबको बहाने सारे।

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4 APR 2024 AT 22:47

जानती हुँ जिसे, उस अनजान जैसे लगते हो।
इस अनदेखी सी दुनिया मे देखे हुए से अजनबी लगते हो।

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22 SEP 2023 AT 12:00

बादशाह थे हम अपनी मिजाज ए मस्ती के
पर आपकी बेवफाई ने हमे अपनी सोच का गुलाम बना दिया।

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7 SEP 2023 AT 14:03

ज़ख्मी दिल था तुम दाग बदन पर ढूंढते रहे।
बाते आंखो से करनी थी तुम होठो से करते रहे।
मेरे दिल कि बात जान न सके पर मुझे अपना कहते रहे।
मै तुम्हारी हो गई पर तुम प्यार किसी और से करते रहे।

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14 AUG 2023 AT 22:05

जिसे दुनिया खुश समझती है
गम तो उसका भी हज़ार है।
मुस्कुरा कर मिलती है वो सबसे
इसलिए उसके गम दुनिया के लिए बेज़ार है।

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10 AUG 2023 AT 18:50

हम सबके बनते बनते किसी के भी न बन सके।
हम सबको कंधा दे, खुद अकेले रोते रहे।
हमने अहमियत भी उसे दी जिसने हमे अपना माना नही।
एसी अनजान राह पे चलते हम खुद को खोते रहे।

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10 AUG 2023 AT 18:41

तुम उस मुस्कराहट जैसे हो जो माँ की गोद मे सो के आती है।

तुम उस सुकून जैसे हो जो मुश्किल समय मे मंदिर जाके आती है।

तुम उस सास जैसे हो जो लंबी दौड़ के बाद ली जाती है।

तुम मेरी वो शाँती हो जो तुमसे इश्क करके आती है।

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